कोटा. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जन्म जयंती के अवसर पर सांगोद विधायक भरत सिंह ने विधानसभा एरिया के कनवास में जनसभा आयोजित की. जनसभा को संबोधित करते हुए भरत सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह अहंकारी बता दिया, साथ ही सचिन पायलट पर भी हमला किया. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट इस सभा में आने का साहस नहीं कर पाए, लेकिन वह फिर भी उन युवाओं के लिए मांग करते हैं कि राजस्थान में कांग्रेस का नया मुख्यमंत्री युवा ही बनना चाहिए.
भरत सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने, तब उन्होंने सभी सांसदों को बुलाया और कहा कि कभी यह मत सोचना कि चुनाव आप जीते हो. आप सबकी जगह कोई और भी चुनाव लड़ता तो भी जीत जाता. कोई दूसरा भी चुनाव लड़ता तो आपसे ज्यादा वोटों से जीत जाता. यह अहंकार दिखाया और सभी सांसदों को डराया-धमकाया गया कि ज्यादा इतराना नहीं है. मेरी वजह से ही तुम लोग संसद में बैठे हो. इसीलिए चुपचाप रहना. ऐसे ही अहंकार में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी हैं. भरत सिंह ने कहा कि अहंकार की भाषा किसी को भी शोभा नहीं देती. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि मैंने यह किया और मैंने वह किया, यह अहंकार की भाषा उन्हें भी शोभा नहीं देती है.
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गहलोत जिंदाबाद और गृह मंत्री मुर्दा बाद के नारे लगाऊंगा : सांगोद विधायक ने कहा कि वे अपने रास्ते चल रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री गहलोत कहते हैं कि मांगते-मांगते थक जाओगे. मैंने खान की झोपड़िया गांव को कोटा जिले में मांगा है. मैंने 100 गांव की जागीर नहीं मांग ली है. मेरी यह मांग पूरी तरह से सही है. भरत सिंह ने कहा कि खेत को खेत की बाड़ ही खा जाए और मैं चुप बैठा रहूं, यह संभव नहीं है. मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी कह दिया है कि मुख्यमंत्री जब कोटा आएंगे, तब अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाऊंगा, लेकिन गृह मंत्री मुर्दाबाद के नारे भी मैं ही लगाऊंगा. क्योंकि एससी-एसटी के लोगों पर जुल्म हुआ और उसकी फाइल बतौर गृहमंत्री मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दबा रखी है.
दो कौड़ी की फाइल को सीआईडी-सीबी में निस्तारण के चक्कर में अटका रखा है, जबकि गहलोत ने खुद निर्देश दिया है कि 60 दिन में फाइल का निस्तारण हो जाना चाहिए. क्योंकि इस मामले में मंत्री प्रमोद जैन भाया की लाडली (बारां की पूर्व महिला जिला अध्यक्ष प्रियंका नंदवाना) को बचाना है. मुझे क्षेत्र के लिए आवाज उठानी पड़ेगी, मैं उठाऊंगा. मैं गूंगा बनकर नहीं बैठा रहूंगा. ऐसे चुपचाप बैठने से एमएलए बनने का कोई मतलब नहीं है. इस कार्यक्रम में कांग्रेस जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, बूंदी के पूर्व जिला प्रमुख राकेश बोयत, बारां के पूर्व जिला प्रमुख भारत मारन व पीसीसी सदस्य जया मीणा सहित कई नेता मंच पर मौजूद थे.
कांग्रेस के लोग भी बीजेपी से मिले हुए हैं : कनवास में आयोजित जनसभा के पहले कस्बे में रैली भी लोगों ने निकाली है. कार्यक्रम के साथ कनवास में बने महात्मा गांधी स्टेडियम का भी लोकार्पण किया गया. इसके साथ ही इस स्टेडियम में सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट का नाम से एक स्टैंड भी बनाया गया है. भरत सिंह की सभा में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. इस दौरान भरत सिंह ने यह भी कहा कि यह पूरी भीड़ बुलाई नहीं गई है, स्वयं लोग आए हैं. यह सभी लोग अपनी मर्जी से ही यहां पर पहुंचे हैं. भरत सिंह ने कहा कि यह सभा कांग्रेस को ताकत देने के लिए की है. हम सब साथ रहेंगे तो आगे जाकर कांग्रेस ही हमारे एरिया में मजबूत होगी. कांग्रेस की जीत के लिए भी यह जरूरी है. कांग्रेस के कुछ लोग भी बीजेपी के लोगों से मिले हुए हैं. बड़ी संख्या में इस सभा को रद्द करवाने के लिए कोशिश की गई, लेकिन उसके बावजूद भी कार्यक्रम हुआ है. यह आगामी चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने के लिए सभा आयोजित हुई है.