सांगोद (कोटा). जिले में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को राजकीय महाराज काशीपुरी चिकित्सालय में एक विशाल चिकित्सा कैंप आयोजित किया गया. जिसमें विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों से रेफर हो कर आए बच्चों का इलाज किया जा रहा है. जिसमें ऐसे बच्चे जिन्हें जन्म से ही विकृति और पोषण की कमी से जो बीमारियां होती है उनका इलाज किया जा रहा है.
शिविर इंचार्ज डॉक्टर प्रियंका मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि जो भी बच्चा जन्मविकृत हो या किसी भी प्रकार के विटामिन या आयरन की कमी से ग्रसित हो, जैसे कान बहना, दांतों की सडन और किसी को त्वचा सम्बंधित परेशानी होना. साथ ही जिन बच्चों में मानसिक विकास नहीं हो रहा है ऐसे बच्चों को स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से आंगनबाड़ी और सरकारी विद्यालयों में जाकर चिन्हित किया गया था. जिन्हें शुक्रवार को शिविर में बुलाया गया है. जिन बच्चों का उपचार यहा हो सकता है उनको यहा पर ही उपचार दिया जायेगा और जिनका उपचार यहा सम्भव नहीं है. ऐसे रोगियों को हायर सेंटर पर भेजा जाता है तांकि उनका फ्री इलाज हो सके.
डॉक्टर ओ पी सांभर ने बताया की ऐसे बच्चों के लिए प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर कैंप आयोजित किए जाते हैं. सांगोद ब्लॉक के अंदर जितने भी सरकारी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र है वहां के सभी बच्चों को स्वास्थ्य टीम की ओर से पहले से ही चिन्हित किया हुआ है.
साथ ही चिन्हित बच्चों का चिकित्सा शिविर में लाकर इलाज किया जा रहा है. शिविर में स्थानीय और कोटा के चिकित्सकों की ओर से चेकअप किया जा रहा है. ऐसे में जिन बच्चों की बीमारियां यहां ठीक हो सकती है उनका इलाज यहा किया जा सकेगा और जो बीमारियां यहां ठीक नहीं हो सकती ऐसे बच्चों को यहां से हायर सेंटर पर रेफर किया जाएगा ताकि बच्चों का वहाँ फ्री इलाज हो सके.