कोटा. शहर में विवाहिता की हत्या कर शव को नहर में फेंकने का मामला सामने आया है. विवाहिता बीते 5 दिनों से लापता थी. जिसकी रिपोर्ट भी उसके पीहर पक्ष ने रेलवे कॉलोनी थाने में दी थी. गुरुवार सुबह एक नहर में महिला की लाश मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की और दोपहर में उसके परिजन भी थाने पर पहुंचे. जिसके बाद विवाहिता की शिनाख्त की गई. इस महिला के सिर में गंभीर चोट व गला घोंटने के भी निशान थे. ऐसे में पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. महिला के पति को भी हिरासत में लिया है.
रेलवे कॉलोनी थानाधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि जिले के इटावा क्षेत्र के लुहावद गांव निवासी शालू महावर का विवाह 7 से 8 साल पहले रोटेदा निवासी बंटी नाम के युवक से हुआ था. दोनों में लंबे समय से अनबन चल रही थी. साथ ही बंटी बीते कुछ साल पाली जिले में नौकरी करने गया था. जिसके बाद वह वापस आ गया. गत 29 जुलाई को थाने में शालू की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी. उसकी पड़ताल की जा रही थी.
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इसी दौरान आज थाना इलाके में ही रोटेदा नहर में एक महिला का शव मिला. जिसकी शिनाख्त शालू के रूप में हुई. सीआई भूपेंद्र सिंह का कहना है कि शालू के सिर में गंभीर चोट मारकर हत्या की गई है. साथ ही गला भी घोटा गया है. इस मामले में उसके पति बंटी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. वहीं शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया.
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भरण-पोषण के शालू को मिलने थे एक लाखः मृतका के चाचा राजेंद्र महावर का कहना है कि शालू अपने पूरे परिवार को पाल रही थी. उसका पति बंटी कोई आर्थिक मदद नहीं कर रहा था, लेकिन फिर भी वह ससुराल पक्ष के मकान में ही बंटी से अलग रह रही थी. उसने भरण-पोषण के लिए भी न्यायालय में वाद दायर कर दिया था. जिसमें न्यायालय ने तीन हजार रुपए मासिक का भरण-पोषण उसे दिलाने के निर्देश दिए थे. इसका एक लाख रुपया इसी महीने शालू महावर को उसके पति और ससुराल पक्ष को देना था.