कोटा. बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और विधायक मदन दिलावर ने आपातकाल में जेल जाने वाले लोकतंत्र सेनानियों की तुलना शहीदों से की है. दिलावर ने कहा कि देश भर में आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने दमनकारी काम करते हुए RSS और जनसंघ कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया था. दिलावर ने यहां तक कहा कि कांग्रेस को ना तो पहले सत्ता में रहने का हक था, ना अब आगे रहेगा.
कोटा में बीजेपी प्रदेश महामंत्री और विधायक मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने इस दौरान आपातकाल में जेल जाने वाले और लोकतंत्र सेनानियों की तुलना शहीदों से कर दी. देशभर में इमरजेंसी के दौरान कांग्रेस ने दमनकारी काम करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और जन संघ के कार्यकर्ताओं को जेलों में डाल दिया. साथ ही उनके साथ अमानवीय हरकतें भी की.
कांग्रेस से बड़ा कोई हत्यारा कोई भी नहीं
मीडिया से बातचीत करते हुए मदन दिलावर ने कहा कि इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) के अलावा कोई नहीं है. इसीलिए कांग्रेसी कहते थे कि इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा कहते थे. अभी लोकतंत्र के लिए कहा जा रहा है कि मोदी सरकार (Modi Government) लोकतंत्र की हत्या कर रही है, गला घोट रही है, संवैधानिक संस्थाओं की हत्या कर रही है. मैं समझता हूं कि कांग्रेस से बड़ा हत्यारा कोई नहीं हैं, जिसके कारण लोग जेलों में गए. इस धरती पर कांग्रेस जितनी बड़ी हत्यारी है, उससे बड़ा हत्यारा कोई भी नहीं है.
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सिख दंगा के लिए भी साधा निशाना, कहा-कांग्रेस के नेता रहे शामिल
उन्होंने कहा कि उसके बाद में तो उन्होंने 3000 से ज्यादा सिखों का कत्लेआम दिल्ली में किया है. मैं कहता हूं कि इनको ना तो सत्ता में रहने का अधिकार था, ना है और ना रहेगा. इस प्रकार का कृत्य इन्होंने किया है. इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) समेत सभी कांग्रेस के नेता शामिल रहे हैं. उस समय इनमें से किसी के पिता या किसी के भाई शामिल रहे थे. कांग्रेसी ऐसे लोगों की सूचियां बनाकर भेज रहे थे, जिसमें किस व्यक्ति को पकड़ा जाए.
भगत सिंह, चंद्रशेखर से की तुलना
दिलावर ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों को लटका कर मारा गया है. इस आपातकाल को हमने भोगा नहीं, लेकिन जिन्होंने भोगा है, उनसे मैं मिला हूं. लोगों को पीटा जा रहा था और वे भारत माता की जय लगा रहे थे. इन सभी लोगों को नमन करता हूं. मैं समझता हूं कि इनका कद किसी भी कीमत पर भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राम प्रसाद बिस्मिल और सुभाष चंद्र बोस से कम नहीं है.