इटावा (कोटा). गोठड़ा में बुधवार को हुए चंबल नदी हादसे के पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाने के लिए नेताओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है. जिसके चलते रविवार को रामगंजमंडी से भाजपा के विधायक मदन दिलावर, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रह्लाद पंवार, जिला प्रभारी आनंद गर्ग सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता इटावा क्षेत्र के दौरे पर रहे.
मदन दिलावर ने पीड़ित परिवार को ढांढस देते हुए कहा कि भाजपा के साथ दिलावर आपके साथ खड़ा है और जो भी आपकी समस्याएं होंगी, उनका त्वरित समाधान करवाया जाएगा.
इस दौरान दिलावर ने तलाव, छत्रपुरा, बरनाहाली और आरामपुरा गांव पहुंचकर मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी. इस दौरान इटावा शहर मंडलाध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह और देहात मंडल महामंत्री श्याम डोरली भी साथ रहे.
करीब डेढ़ किमी चले पैदल
नाव पलटने से आरामपुरा के सियाराम गुर्जर की भी अकाल मौत हुई थी. उक्त मृतक के पीड़ितों को ढांढस बंधाने कोई जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा था. जिसके बाद सोशल मीडिया पर उक्त मामले को ट्रोल किया जा रहा था. विधायक दिलावर उक्त पीड़ित परिवार से मिलने के लिए आरामपुरा गांव पहुंचे और पीड़ित के परिवार को ढांढस बंधाया.
दिलावर के सामने आई आजादी के 72 साल की बाद के गांवों की हालत
चंबल नाव हादसे के पीड़ितों से मिलने रामगंजमंडी के विधायक मदन दिलावर पहुंचे. इस दौरान उक्त घटना में हादसे का शिकार हुए आरामपुरा के सियाराम गुर्जर के परिजनों को ढांढस बंधाने मदन दिलावर आरामपूरा जा रहे थे. खातोली थाने का जाप्ता भी साथ था.
इस दौरान खातोली थाने का वाहन गांव से डेढ़ किमी पहले ही कीचड़ में धंस गया. जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से उक्त वाहन को ट्रैक्टर के सहारे बांध कर निकाला गया.
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वहीं दिलावर डेढ़ किमी पैदल चलकर उक्त पीड़ित परिवार से मिले. निमोला पंचायत का यह गांव आजादी के 72 वर्ष बाद भी सड़क से महरूम है और यहां के ग्रामीणों का बरसात में क्या हाल रहता होगा यह तस्वीर भी दिलावर के सामने आ गई.
चंबल हादसे के पीड़ितों से मिलने लगातार नेता आ रहे हैं. मदन दिलावर के आने के बाद पूर्व मंत्री रामगोपाल बैरवा ने भी पीड़ितों के बीच पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया. उन्होंने प्रदेश सरकार के सदैव आमजन के साथ होने की बात कही है.
बता दें कि रामगोपाल बैरवा 1993 से 2003 तक पीपल्दा से विधायक रहे थे और 2002 गहलोत सरकार में अल्पबचत मंत्री का दर्जा भी हासिल हुआ था.