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रोटरी फ्लाईओवर को काम नहीं ले रहे लोग, यूआईटी ने डिवाइडर बना लगाया ’रोड़ा’, विरोध शुरू - नगर विकास न्यास

कोटा के कुन्हाड़ी स्थित महाराणा प्रताप सर्किल पर प्रदेश का पहला रोटरी फ्लाईओवर बन तो गया है, लेकिन स्थानीय इसका उपयोग नहीं करना चाहते. इसके चलते नगर विकास न्यास ने यहां डिवाइडर लगा रास्ता बंद कर दिया है. इसका लोग विरोध कर रहे हैं.

locals opposed Rotary flyover of Kota
रोटरी फ्लाईओवर को काम नहीं ले रहे लोग, यूआईटी ने डिवाइडर बना लगाया ’रोड़ा’, विरोध शुरू
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Published : Apr 20, 2023, 9:02 PM IST

स्थानीय लोग और व्यापारी क्यों कर रहे नए फ्लाईओवर का विरोध

कोटा. नगर विकास न्यास ने कुन्हाड़ी स्थित महाराणा प्रताप सर्किल पर प्रदेश का पहला रोटरी फ्लाईओवर बनाया है. जिस पर अधिकांश वाहन चालक जाना नहीं चाहते. वे पास से गुजर रही सर्विस लेन का ही इस्तेमाल कर आगे पहुंचना चाह रहे हैं. क्योंकि रोटरी फ्लाईओवर भी वहीं खत्म हो रहा है, जहां पर यह सर्विस लेन आगे जा रही है. लेकिन नगर विकास न्यास ने फ्लाईओवर का इस्तेमाल लोगों की ओर से करवाने के लिए रोड पर डिवाइडर लगा दिया है, जिससे लोग फ्लाईओवर पर जाएं. रास्ता रोकने के लिए डिवाइडर बनाने का स्थानीय लोग और व्यापारी विरोध कर रहे है.

व्यापारी बोले चोरी छुपे बनाया डिवाइडरः महाराणा प्रताप सर्किल के नजदीक व्यापार करने वाले विक्की खंडेलवाल का कहना है कि नगर विकास न्यास ने 27 करोड़ रुपए की लागत से फ्लाईओवर व 5 करोड़ रुपए से करीब अंडर पास बनाया है. दोनों का ही उपयोग शून्य जैसा हो रहा है. उनका कहना है कि नगर विकास न्यास ने रात में डिवाइडर बना दिया, जिससे कि लोग नीचे होकर सर्विस लेन का उपयोग नहीं करें. इसके पहले भी उन्होंने प्रयोग किया था, लेकिन वह सफल रहा था. स्थानीय निवासी सिकंदर का कहना है कि इस डिवाइडर के बाद ही दुर्घटनाएं होने लगी हैं. एंबुलेंस और अग्निशमन के वाहन भी यहां जाम में फंस गए थे.

पढ़ेंः Special: राजस्थान के पहले रोटरी फ्लाईओवर पर चढ़ने से कतरा रहे लोग, दावे से उलट है हकीकत

व्यापारी बोले हमें आंदोलन करना होगा, यूआईटी नहीं सुधार रही गलतीः महाराणा प्रताप सर्किल व्यापार संघ के संरक्षक रमेश आहूजा का कहना है कि इस पूरे फ्लाईओवर से बाजार दो हिस्सों में बंट गया है. साथ ही व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हो गया है और अब जिस तरह से ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा रहा है. उससे पूरे चौराहे की यातायात व्यवस्था खराब हो गई है. दुर्घटनाओं का अंदेशा बढ़ गया है. लोग परेशान होकर इस सर्विस लेन का उपयोग नहीं करेंगे और मजबूरन उन्हें लंबी दूरी तय करने के लिए फ्लाईओवर पर चढ़ना पड़ेगा. नगर विकास न्यास ने डिवाइडर को नहीं हटाया, तो मार्केट को बंद करने से भी गुरेज नहीं करेंगे और सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा.

पढ़ेंः कोटा में हाईवे पर NHAI ने बनाया करोड़ों का फ्लाईओवर...आर्मी की आपत्ति के कारण ढाई साल से बंद

10 मीटर के लिए 200 किलो मीटर घूम कर आना मजबूरीः स्थानीय निवासी मोहसिन का कहना है कि हम ऊपर चढ़ना ही नहीं चाहते हैं, कोई भी व्यक्ति दुगनी दूरी क्यों तय करना चाहेगा, जब आधी दूरी में ही उसका काम हो रहा है. इस फ्लाईओवर से चौराहे का शेप बदल गया है, मजबूरी में लोगों को रॉन्ग साइड चलना पड़ता है. क्योंकि महज 200 मीटर दूर जाने के लिए आधा किलोमीटर घूम कर चलना पड़ता है. पार्श्वनाथ एनक्लेव में रहने वाले पंकज शर्मा का कहना है कि जैसे पहले ट्राफिक चल रहा था, वैसे ही चलते रहना चाहिए. नए फ्लाईओवर का उपयोग केवल भारी वाहनों के लिए कर देना चाहिए.

स्थानीय लोग और व्यापारी क्यों कर रहे नए फ्लाईओवर का विरोध

कोटा. नगर विकास न्यास ने कुन्हाड़ी स्थित महाराणा प्रताप सर्किल पर प्रदेश का पहला रोटरी फ्लाईओवर बनाया है. जिस पर अधिकांश वाहन चालक जाना नहीं चाहते. वे पास से गुजर रही सर्विस लेन का ही इस्तेमाल कर आगे पहुंचना चाह रहे हैं. क्योंकि रोटरी फ्लाईओवर भी वहीं खत्म हो रहा है, जहां पर यह सर्विस लेन आगे जा रही है. लेकिन नगर विकास न्यास ने फ्लाईओवर का इस्तेमाल लोगों की ओर से करवाने के लिए रोड पर डिवाइडर लगा दिया है, जिससे लोग फ्लाईओवर पर जाएं. रास्ता रोकने के लिए डिवाइडर बनाने का स्थानीय लोग और व्यापारी विरोध कर रहे है.

व्यापारी बोले चोरी छुपे बनाया डिवाइडरः महाराणा प्रताप सर्किल के नजदीक व्यापार करने वाले विक्की खंडेलवाल का कहना है कि नगर विकास न्यास ने 27 करोड़ रुपए की लागत से फ्लाईओवर व 5 करोड़ रुपए से करीब अंडर पास बनाया है. दोनों का ही उपयोग शून्य जैसा हो रहा है. उनका कहना है कि नगर विकास न्यास ने रात में डिवाइडर बना दिया, जिससे कि लोग नीचे होकर सर्विस लेन का उपयोग नहीं करें. इसके पहले भी उन्होंने प्रयोग किया था, लेकिन वह सफल रहा था. स्थानीय निवासी सिकंदर का कहना है कि इस डिवाइडर के बाद ही दुर्घटनाएं होने लगी हैं. एंबुलेंस और अग्निशमन के वाहन भी यहां जाम में फंस गए थे.

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व्यापारी बोले हमें आंदोलन करना होगा, यूआईटी नहीं सुधार रही गलतीः महाराणा प्रताप सर्किल व्यापार संघ के संरक्षक रमेश आहूजा का कहना है कि इस पूरे फ्लाईओवर से बाजार दो हिस्सों में बंट गया है. साथ ही व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हो गया है और अब जिस तरह से ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा रहा है. उससे पूरे चौराहे की यातायात व्यवस्था खराब हो गई है. दुर्घटनाओं का अंदेशा बढ़ गया है. लोग परेशान होकर इस सर्विस लेन का उपयोग नहीं करेंगे और मजबूरन उन्हें लंबी दूरी तय करने के लिए फ्लाईओवर पर चढ़ना पड़ेगा. नगर विकास न्यास ने डिवाइडर को नहीं हटाया, तो मार्केट को बंद करने से भी गुरेज नहीं करेंगे और सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा.

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10 मीटर के लिए 200 किलो मीटर घूम कर आना मजबूरीः स्थानीय निवासी मोहसिन का कहना है कि हम ऊपर चढ़ना ही नहीं चाहते हैं, कोई भी व्यक्ति दुगनी दूरी क्यों तय करना चाहेगा, जब आधी दूरी में ही उसका काम हो रहा है. इस फ्लाईओवर से चौराहे का शेप बदल गया है, मजबूरी में लोगों को रॉन्ग साइड चलना पड़ता है. क्योंकि महज 200 मीटर दूर जाने के लिए आधा किलोमीटर घूम कर चलना पड़ता है. पार्श्वनाथ एनक्लेव में रहने वाले पंकज शर्मा का कहना है कि जैसे पहले ट्राफिक चल रहा था, वैसे ही चलते रहना चाहिए. नए फ्लाईओवर का उपयोग केवल भारी वाहनों के लिए कर देना चाहिए.

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