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कोटा: यूआईटी ने निजी बिल्डर को कम दाम में बेच दी कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन, विवाद शुरू - कुन्हाड़ी बस डिपो न्यूज

यूआईटी ने ई-ऑक्शन के जरिए कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन को बहुमंजिला इमारत निर्माण के लिए निजी बिल्डर को बेच दिया है. लेकिन इस जमीन को बेचने के साथ ही विवाद शुरू हो गया है. यूआईटी ने इस जमीन की नीलामी मात्र 1290 रुपए स्क्वायर फीट के अनुसार की है. जबकि इस जमीन की कीमत काफी ज्यादा बताई जा रही है.

Kundhari bus depot news, कुन्हाड़ी बस डिपो न्यूज
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Published : Nov 6, 2019, 8:35 AM IST

कोटा. नगर विकास न्यास ने हाल ही में ऑक्शन के जरिए कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन को बहुमंजिला इमारत निर्माण के लिए निजी बिल्डर को बेच दिया है. लेकिन इस जमीन को बेचने के साथ ही विवाद शुरू हो गया है. यूआईटी ने इस जमीन की नीलामी मात्र 1290 रुपए स्क्वायर फीट के अनुसार की है. जबकि इस जमीन की कीमत काफी ज्यादा बताई जा रही है. ऐसे में यूआईटी के सस्ते दामों में जमीन को बेच देने का मामले में बड़ा गड़बड़झाला होने की बात कही जा रही है.

यूआईटी ने महज 1290 स्के. फीट में बेची कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन

हालांकि इस मामले में यूआईटी के सचिव भवानी सिंह पालावत कहना है कि इसकी प्लानिंग वर्ष 2016 में पिछली सरकार के समय हुई थी. दो-तीन बार नीलामी के जरिए प्लॉट को बेचने की कोशिश की थी, लेकिन नहीं बेच पाए. ऐसे में सरकार के कहने पर रिजर्व प्राइस कम की गई है हालांकि उन्होंने डीएलसी की जानकारी होने से अनभिज्ञता जता दी. वहीं आसपास की कॉलोनियों में ज्यादा भाव होने पर भी कहा कि यूआईटी व निजी कॉलोनियों के जमीन भाव में अंतर रहता है. हालांकि इस मामले की जांच करवाने की बात कर रहे हैं.

पढ़ें- कोटा : 20 साल से फरार चल रहे धनिया चोर चढ़ा पुलिस के हत्थें

डीएलसी से भी कम रखी रिजर्व प्राइस

कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन पर ग्रुप हाउसिंग व कमर्शियल प्लॉट काटकर बेचने की प्लानिंग यूआईटी ने 2016 में बनाई थी. हालांकि यह जमीन कई बार ऑक्शन के जरिए नहीं बिकी. ऐसे में इसके दाम को कम किया गया है. इस बार की ऑक्शन में 6,55,000 वर्ग फीट जमीन की नीलामी की गई पहले जमीन की रिजर्व प्राइस 1080 रुपए वर्गफीट रखी गई थी, जिसे घटाकर 890 रुपए वर्ग फीट कर दिया. जबकि यहां की डीएलसी दर भी करीब 1000 रुपए है. ऑक्शन में जमीन 1290 रुपए प्रति वर्ग फीट की रेट पर बिक्री.

पढ़ें- शिक्षा विभाग 371 प्रिंसिपलों के खिलाफ 17 सीसीए में करेगा कार्रवाई

बाहरी कॉलोनियों में 2500 रुपए स्के. फ़ीट है दाम

यूआईटी द्वारा ग्रुप हाउसिंग स्कीम के लिए कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन को मात्र 1290 रुपए प्रति स्क्वायर फीट की दर से दे देने के बाद नीलामी करने पर सवाल उठ रहे हैं. शहर के बाहरी इलाकों में भी यूआईटी की कॉलोनियों में 2500 रुपए प्रति वर्ग फीट से ज्यादा की दरें हैं.

कोचिंग एरिया के चलते बढ़े हैं जमीनों के भाव-

कुन्हाड़ी बस डिपो की जिस जमीन को ऑक्शन के जरिए यूआईटी ने भेजा है उससे नजदीक ही कोचिंग एरिया है. ऐसे में वहां पर काफी ज्यादा जमीनों के भाव हैं. साथ ही बेची हुई जमीन भी मुख्य मार्ग की है. इस जमीन के सामने वाली कॉलोनी में भी 2500 रुपए प्रति स्क्वायर फीट जमीनों के दाम है.

कोटा. नगर विकास न्यास ने हाल ही में ऑक्शन के जरिए कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन को बहुमंजिला इमारत निर्माण के लिए निजी बिल्डर को बेच दिया है. लेकिन इस जमीन को बेचने के साथ ही विवाद शुरू हो गया है. यूआईटी ने इस जमीन की नीलामी मात्र 1290 रुपए स्क्वायर फीट के अनुसार की है. जबकि इस जमीन की कीमत काफी ज्यादा बताई जा रही है. ऐसे में यूआईटी के सस्ते दामों में जमीन को बेच देने का मामले में बड़ा गड़बड़झाला होने की बात कही जा रही है.

यूआईटी ने महज 1290 स्के. फीट में बेची कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन

हालांकि इस मामले में यूआईटी के सचिव भवानी सिंह पालावत कहना है कि इसकी प्लानिंग वर्ष 2016 में पिछली सरकार के समय हुई थी. दो-तीन बार नीलामी के जरिए प्लॉट को बेचने की कोशिश की थी, लेकिन नहीं बेच पाए. ऐसे में सरकार के कहने पर रिजर्व प्राइस कम की गई है हालांकि उन्होंने डीएलसी की जानकारी होने से अनभिज्ञता जता दी. वहीं आसपास की कॉलोनियों में ज्यादा भाव होने पर भी कहा कि यूआईटी व निजी कॉलोनियों के जमीन भाव में अंतर रहता है. हालांकि इस मामले की जांच करवाने की बात कर रहे हैं.

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डीएलसी से भी कम रखी रिजर्व प्राइस

कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन पर ग्रुप हाउसिंग व कमर्शियल प्लॉट काटकर बेचने की प्लानिंग यूआईटी ने 2016 में बनाई थी. हालांकि यह जमीन कई बार ऑक्शन के जरिए नहीं बिकी. ऐसे में इसके दाम को कम किया गया है. इस बार की ऑक्शन में 6,55,000 वर्ग फीट जमीन की नीलामी की गई पहले जमीन की रिजर्व प्राइस 1080 रुपए वर्गफीट रखी गई थी, जिसे घटाकर 890 रुपए वर्ग फीट कर दिया. जबकि यहां की डीएलसी दर भी करीब 1000 रुपए है. ऑक्शन में जमीन 1290 रुपए प्रति वर्ग फीट की रेट पर बिक्री.

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बाहरी कॉलोनियों में 2500 रुपए स्के. फ़ीट है दाम

यूआईटी द्वारा ग्रुप हाउसिंग स्कीम के लिए कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन को मात्र 1290 रुपए प्रति स्क्वायर फीट की दर से दे देने के बाद नीलामी करने पर सवाल उठ रहे हैं. शहर के बाहरी इलाकों में भी यूआईटी की कॉलोनियों में 2500 रुपए प्रति वर्ग फीट से ज्यादा की दरें हैं.

कोचिंग एरिया के चलते बढ़े हैं जमीनों के भाव-

कुन्हाड़ी बस डिपो की जिस जमीन को ऑक्शन के जरिए यूआईटी ने भेजा है उससे नजदीक ही कोचिंग एरिया है. ऐसे में वहां पर काफी ज्यादा जमीनों के भाव हैं. साथ ही बेची हुई जमीन भी मुख्य मार्ग की है. इस जमीन के सामने वाली कॉलोनी में भी 2500 रुपए प्रति स्क्वायर फीट जमीनों के दाम है.

Intro:यूआईटी ने ई-ऑक्शन के जरिए कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन को बहुमंजिला इमारत निर्माण के लिए निजी बिल्डर को बेच दी है, लेकिन इस जमीन को बेचने के साथ ही विवाद शुरू हो गया है. यूआईटी ने इस जमीन की नीलामी मात्र 1290 रुपए स्क्वायर फीट के अनुसार की है. जबकि इस जमीन की कीमत काफी ज्यादा बताई जा रही है.


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नगर विकास न्यास ने हाल ही में ऑक्शन के जरिए कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन को बहुमंजिला इमारत निर्माण के लिए निजी बिल्डर को बेच दी है, लेकिन इस जमीन को बेचने के साथ ही विवाद शुरू हो गया है. यूआईटी ने इस जमीन की नीलामी मात्र 1290 रुपए स्क्वायर फीट के अनुसार की है. जबकि इस जमीन की कीमत काफी ज्यादा बताई जा रही है. ऐसे में यूआईटी के सस्ते दामों में जमीन को बेच देने का मामले में बड़ा गड़बड़झाला होने की बात कही जा रही है. हालांकि इस मामले में यूआईटी के सचिव भवानी सिंह पालावत कहना है कि इसकी प्लानिंग वर्ष 2016 में पिछली सरकार के समय हुई थी. दो-तीन बार नीलामी के जरिए प्लॉट को बेचने की कोशिश की थी, लेकिन नहीं बेच पाए. ऐसे में सरकार के कहने पर रिजर्व प्राइस कम की गई है हालांकि उन्होंने डीएलसी की जानकारी होने से अनभिज्ञता जता दी. वहीं आसपास की कॉलोनियों में ज्यादा भाव होने पर भी कहा कि यूआईटी व निजी कॉलोनियों के जमीन भाव में अंतर रहता है. हालांकि इस मामले की जांच करवाने की बात कर रहे हैं.

डीएलसी से भी कम रखी रिजर्व प्राइस
कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन पर ग्रुप हाउसिंग व कमर्शियल प्लॉट काटकर बेचने की प्लानिंग यूआईटी ने 2016 में बनाई थी. हालांकि यह जमीन कई बार ऑक्शन के जरिए नहीं बिकी. ऐसे में इसके दाम को कम किया गया है. इस बार की ऑक्शन में 655000 वर्ग फीट जमीन की नीलामी की गई पहले जमीन की रिजर्व प्राइस 1080 रुपए वर्गफीट रखी गई थी, जिसे घटाकर 890 रुपए वर्ग फीट कर दिया. जबकि यहां की डीएलसी दर भी करीब 1000 रुपए है. ऑक्शन में जमीन 1290 रुपए प्रति वर्ग फीट की रेट पर बिक्री.


Conclusion:बाहरी कॉलोनियों में भी 2500 रुपए स्क्वायर फ़ीट है दाम
यूआईटी द्वारा ग्रुप हाउसिंग स्कीम के लिए कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन को मात्र 1290 रुपए प्रति स्क्वायर फीट की दर से दे देने के बाद नीलामी करने पर सवाल उठ रहे हैं. शहर के बाहरी इलाकों में भी यूआईटी की कॉलोनियों में 2500 रुपए प्रति वर्ग फीट से ज्यादा की दरें हैं.

कोचिंग एरिया के चलते बड़े हैं जमीनों के भाव
कुन्हाड़ी बस डिपो की जिस जमीन को ऑक्शन के जरिए यूआईटी ने भेजा है उससे नजदीक ही कोचिंग एरिया है. ऐसे में वहां पर काफी ज्यादा जमीनों के भाव हैं. साथ ही बेची हुई जमीन भी मुख्य मार्ग की है. इस जमीन के सामने वाली कॉलोनी में भी 2500 रुपए प्रति स्क्वायर फीट जमीनों के दाम है.


बाइट का क्रम

बाइट-- भवानी सिंह पालावत, सचिव, यूआईटी कोटा
बाइट-- भवानी सिंह पालावत, सचिव, यूआईटी कोटा
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