कोटा. पिछले 3 साल में शहर में हुई एक हजार दुर्घटनाओं में 191 लोग अपनी जान गवा चुके हैं. इसके बावजूद भी लोग यातायात नियमों की पालना नहीं करते हैं. पिछले 4 साल में कोटा ट्रैफिक पुलिस ने यातायात नियमों की पालना नहीं करने वाले छह लाख लोगों के चालान बना दिए हैं. इनमें सर्वाधिक चालान बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों के बने हैं, जो 1, 39 हजार 554 है.
पुलिस ने इस साल अगस्त माह तक 1 लाख 10 हजार लोगों के चालान काट गए हैं. प्रदेश में नया मोटर व्हीकल एक्ट अभी लागू नहीं हुआ है, लेकिन कोटा शहर पुलिस ने उसको लागू करने की पूरी तैयारी कर ली है. पुलिस ने लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करें और नए मोटर व्हीकल एक्ट में भारी-भरकम जुर्माने से बचें. इसके तैयारी के लिए ट्रैफिक नियमों की पालना नहीं करने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती से चालान बनाए हैं.
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ट्रैफिक पुलिस के जवानों का कहना है कि अधिकांश लोग अब नियमों की पालना कर रहे हैं. कुछ 10 फीसदी भी लोग हैं, जो हेलमेट पहनकर नहीं चलते हैं. 25 फ़ीसदी के करीब लोग सीट बेल्ट नहीं बांध रहे हैं. यातायात पुलिस के जवान को देखते हुए लोग उल्टे सीधे गाड़ी चला कर भी भाग जाते हैं. फोन पर बात करने का प्रचलन भी अभी है. इस तरह के हालात शहर भर में देखने को मिलते हैं.
नियम तोड़ने वाले लोग बोले- भूल गए आगे से फॉलो करेंगे
ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे लोगों का एक ही बात कहना है कि या तो वह जल्दी में घर से निकले हैं या फिर सीट बेल्ट बांधना भूल गए या ट्रैफिक नियमों की पालना करना भूल गए. अधिकांश लोगों ने कहा कि सख्ती होने से वाहन चालकों को ही फायदा है और वह आगे से नियमों की पालना भी जरूर करेंगे.
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कोटा ट्रैफिक पुलिस सीआई नीरज गुप्ता ने बताया कि कोटा शहर में डेथ पॉइंट या खतरनाक मोड़ नहीं है. शहर के बाहरी थाना क्षेत्रों जिनमें अनंतपुरा, आरकेपुरम, बोरखेड़ा, उद्योग नगर, रेलवे कॉलोनी और कुन्हाड़ी एरिया में ज्यादा दुर्घटनाएं और मौतें होती है. क्षेत्र में बाहरी और ग्रामीण लोग निवास करते हैं और हाईवे भी इन्हीं एरियों से निकल रहे हैं.
कोटा में ट्रैफिक नियम तोड़ने का ट्रेंड है
ट्रैफिक पुलिस के निरीक्षक नीरज गुप्ता का कहना है कि कोटा में जनमानस की प्रवृत्ति यातायात नियमों की अवहेलना की ही है. इसीलिए यहां पर हर साल डेढ़ लाख से ज्यादा चलन बन रहे हैं. कोटा में बिना हेलमेट व गलत दिशा में चलना, ट्रैफिक सिग्नल के तोड़ना, मोबाइल पर बात करते हुए, तेज गति से और शराब पीकर वाहन चलाने की प्रवृत्ति है.
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ट्रैफिक पुलिस ने वसूला 5 करोड़ का जुर्माना
ट्रैफिक पुलिस ने 6 लाख लोगों के चालान पिछले 4 साल में बनाए हैं. वही 3 साल में 5 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला है. नया मोटर व्हीकल एक्ट प्रदेश में लागू होता और जुर्माना राशि बढ़ जाती तो जिस गति से शहरवासी ट्रैफिक रूल्स का उल्लंघन कर रहे हैं. जुर्माना साल का 10 करोड़ पहुंच जाएगा.
बीते 3 सालों का आकड़ा कुछ इस प्रकार रहा-
साल | दुर्घटना | घायल | मौत |
2017 | 348 | 326 | 57 |
2018 | 313 | 323 | 65 |
2019 | 340 | 333 | 69 |
साल | चालान |
2016 | 139963 |
2017 | 173707 |
2018 | 174532 |
2019 | 110208 |
साल 2016 में यातायात नियमों की अवहेलना - चालान
- दुपहिया वाहन पर तीन सवारी - 37229
- बिना हेलमेट वाहन चलाना - 31670
- गलत दिशा में वाहन चलाना - 23426
- लाल बत्ती और ट्रैफिक सिग्नल की अवहेलना करना - 15180
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साल 2017 में यातायात नियमों की अवहेलना - चालान
- बिना हेलमेट वाहन चलाना - 46326
- गलत दिशा में वाहन चलाना - 36673
- दुपहिया वाहन पर तीन सवारी - 35876
- लाल बत्ती और ट्रैफिक सिग्नल की अवहेलना करना - 18910
साल 2018 में यातायात नियमों की अवहेलना -- चालान
- गलत दिशा में वाहन चलाना - 45036
- बिना हेलमेट वाहन चलाना - 17158
- दुपहिया वाहन पर तीन सवारी - 21824
- लाल बत्ती और ट्रैफिक सिग्नल की अवहेलना करना - 11145
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अगस्त 2019 तक यातायात नियमों की अवहेलना -- चालान
- बिना हेलमेट वाहन चलाना- 44440
- गलत दिशा में वाहन चलाना- 17013
- दुपहिया वाहन पर तीन सवारी- 12915
- लाल बत्ती और ट्रैफिक सिग्नल की अवहेलना करना- 14581