कोटा. राजस्थान विधानसभा चुनाव की मतगणना रविवार को होगी. हाड़ौती में भी 17 सीटों का फैसला होने वाला है. चारों जिले कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ में कुल 128 प्रत्याशी हैं. बीते चुनाव के आंकड़ों की बात की जाए तो भारतीय जनता पार्टी आगे रही है. साल 2003, 2013 और 2018 में भारतीय जनता पार्टी को ज्यादा सीट हाड़ौती में मिली है, जबकि कांग्रेस को महज 2008 में ही ज्यादा सीट मिली है.
यहां देखिए आंकड़ें : वोट की बात की जाए तो 2000 के बाद हुए 4 विधानसभा और एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को मिलाकर भारतीय जनता पार्टी को 4616175 मत मिले हैं, जबकि कांग्रेस को 4085431 वोट मिले. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी 530734 वोटों से आगे रही है. इस बार भी विधानसभा चुनाव में 46 लाख 28682 वॉटर रजिस्टर्ड थे, जिनमें से 33 लाख 90821 में अपने मताधिकार का उपयोग किया है और इन्हीं वोट के जरिए 128 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा. हाड़ौती में साल 2000 के बाद चुने गए विधायकों की संख्या 70 है. यह चार विधानसभा चुनाव और एक सीट पर हुए उपचुनाव से बने हैं. इनमें 46 भारतीय जनता पार्टी और 22 कांग्रेस के विधायक बने हैं, जबकि दो निर्दलीय भी चुनकर आए. ऐसे में भाजपा का प्रतिशत 66, कांग्रेस का 31 और अन्य का महज 3 रहा है.
![rajasthan assembly election results 2023](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-12-2023/20168927_hadoti1.jpg)
जानिए पिछले चुनावों का हाल : साल 2003 हाड़ौती में 18 विधानसभा सीट पर 87 प्रत्याशी मैदान में थे. इनमें भाजपा के 18 में से 12 प्रत्याशी जीते थे, जबकि कांग्रेस के 18 से महज 4 प्रत्याशियों को ही जीत मिली और दो निर्दलीय भी चुनकर आए थे. भाजपा को 855686 और कांग्रेस को 768533 वोट मिले थे. भाजपा को 87153 ज्यादा मिले थे. परिसीमन के बाद हाड़ौती में साल 2018 के चुनाव में 17 सीटें थीं, जिन पर 152 प्रत्याशी मैदान में थे. इनमें कांग्रेस के 17 में से 10 प्रत्याशी जीते थे, जबकि भाजपा के 17 में से 7 प्रत्याशी ही जीत पाए थे. भाजपा को 866352 और कांग्रेस को 914882 वोट मिले थे. साल 2000 के बाद हुए चुनाव में कांग्रेस केवल इस चुनाव में ही ज्यादा वोट हाड़ौती में ला पाई थी. उन्हें 48530 वोट ज्यादा मिले थे.
![rajasthan assembly election results 2023](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-12-2023/20168927_hadoti112.jpg)
साल 2013 में भाजपा के 17 में से 16 प्रत्याशी जीते थे, जबकि कांग्रेस के महज एक प्रत्याशी को जीत नसीब हुई थी. इस चुनाव में 150 प्रत्याशी मैदान में थे. वहीं, भाजपा को जहां 13 लाख 67590 और कांग्रेस को केवल 9 लाख 10361 वोट मिले थे. भाजपा 457229 ज्यादा वोट लेकर आई थी. साल 2014 में कोटा दक्षिण की सीट पर उपचुनाव हुआ था, इसमें भाजपा को 84233 और कांग्रेस को 58526 वोट मिले थे. यहां भाजपा कांग्रेस मिलकर 7 प्रत्याशी मैदान में थे. कांग्रेस से भाजपा 25697 मत ज्यादा लाई थी. साल 2018 के चुनाव में तगड़ी फाइट कांग्रेस बीजेपी के बीच हुई थी, इनमें 9185 वोट बीजेपी ज्यादा लेकर आई थी. कांग्रेस के 17 में से 7 प्रत्याशी जीते थे, जबकि भाजपा के 17 में से 10 उम्मीदवार जीत कर आए थे. इस चुनाव में 174 प्रत्याशी मैदान थे. भाजपा को 14 लाख 42314 और कांग्रेस को 14 लाख 33129 वोट मिले थे.