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गैंगस्टर शिवराज प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार, कोर्ट ने 1 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा - Kota police arrested gangster Shivraj Singh

जिले के गुमानपुरा थाने में दर्ज एक मामले में पूछताछ को कोटा पुलिस ने जेल में बंद गैंगस्टर शिवराज सिंह (Gangster Shivraj Singh arrested) को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है. जिसके बाद उसे कोटा लाया गया. गैंगस्टर शिवराज सिंह को दोपहर में न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उसे 1 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.

गैंगस्टर शिवराज सिंह को कोटा पुलिस ने किया गिरफ्तार
गैंगस्टर शिवराज सिंह को कोटा पुलिस ने किया गिरफ्तार
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Published : Sep 23, 2022, 1:59 PM IST

Updated : Sep 23, 2022, 10:46 PM IST

कोटा: भरतपुर के सेवर जेल में बंद गैंगस्टर शिवराज सिंह (Gangster Shivraj Singh arrested) को कोटा पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर कोटा लाई है. यह मामला गुमानपुरा थाने में (Kota Gumanpura police station) दर्ज एक भूखंड के लेन-देन से संबंधित बताया जा रहा है. हालांकि इस मामले में पुलिस ज्यादा समय तक उसे जेल में नहीं रख सकती है. उसको जल्द ही जमानत मिल जाएगी. गैंगस्टर शिवराज सिंह पिछले लंबे समय से भानु प्रताप हत्या मामले में जेल में बंद है. इस मामले में उसे जमानत मिल गई है. ऐसे में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती उसे जेल में बंद रखने की है. पुलिस को डर है कि जेल से रिहा होने के बाद शिवराज फिर से हाड़ौती क्षेत्र में उत्पात मचाएगा और गैंगवार की घटनाएं बढ़ेंगी. वहीं, गैंगस्टर शिवराज सिंह को दोपहर में न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उसे 1 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.

कोटा के पुलिस उपाधीक्षक प्रथम अंकित जैन ने बताया कि शिवराज सिंह को 2010 के एक मामले में पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है. उसे बख्तरबंद गाड़ी में देर रात कोटा लाया गया. दूसरी ओर उसकी गैंग से जुड़े लोग भरतपुर से लाने की तैयारी कर रहे थे. ऐसे में सुरक्षा घेरे को पहले से ही दुरुस्त कर दिया गया था, ताकि किसी प्रकार की दिक्कतें पेश न आएं

पढ़ें- 13 साल बाद पुलिस के हाथ आया गैंगस्टर, कुख्यात भानु गैंग का है सदस्य...पकड़ में आया तो खुले कई राज!

आईजी-एसपी तक चिंतित: हाईकोर्ट से शिवराज सिंह को जमानत मिलने पर कोटा पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है. यहां तक कि मामला प्रसन्न खमेसरा और एसपी केसर सिंह शेखावत तक पहुंच गया. जिसके बाद से ही लंबित मामलों को खंगालने की कड़ियां शुरू हो गई हैं. वहीं, गुमानपुरा थाने में दर्ज एक मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि भूखंड विवाद के बाद शिवराज सिंह और उसके साथियों ने चौकीदार से मारपीट की थी.

पीडब्ल्यूडी में ठेकेदार था शिवराज सिंह: कभी हाड़ौती में अपराध का पर्याय बन चुका भानु प्रताप गैंग साल 2007 में दो टुकड़ों में बंट गया था. दूसरे गैंग को लालचंद उर्फ लाला बैरागी लीड कर रहा था, जिसकी हत्या भानु प्रताप ने 12 दिसंबर, 2008 में कोटा शहर के उद्योग नगर थाने क्षेत्र के राजनगर तिराहे पर करा दी थी. इस मामले में बृज राज सिंह उर्फ बबलू गवाह था. हालांकि, बृज राज सिंह का भाई शिवराज अपराध की दुनिया में सक्रिय नहीं था. यहां तक कि वह गैंगस्टर भी नहीं था. सार्वजनिक निर्माण विभाग के ठेकेदार के तौर पर वो काम करता था. गैंगस्टर शिवराज सिंह के बड़े भाई बृज राज सिंह उर्फ बबलू की हत्या 12 मई, 2009 को भानु प्रताप गैंग ने चित्तौड़गढ़ के बेगू थाना इलाके में करा दी थी.

पढ़ें- गैंगस्टर ने कोर्ट परिसर में चीख-चीख कर पुलिसकर्मियों पर लगाए आपराधिक गुटों को चलाने के आरोप

भाई की हत्या के बाद शिवराज बना गैंगस्टर: लाला बैरागी हत्या मामले में गवाह होने के कारण बृज राज सिंह की हत्या कर दी गई थी. शिवराज ने इसी हत्या का बदला लेने के लिए भानु प्रताप की हत्या की थी.

कोटा: भरतपुर के सेवर जेल में बंद गैंगस्टर शिवराज सिंह (Gangster Shivraj Singh arrested) को कोटा पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर कोटा लाई है. यह मामला गुमानपुरा थाने में (Kota Gumanpura police station) दर्ज एक भूखंड के लेन-देन से संबंधित बताया जा रहा है. हालांकि इस मामले में पुलिस ज्यादा समय तक उसे जेल में नहीं रख सकती है. उसको जल्द ही जमानत मिल जाएगी. गैंगस्टर शिवराज सिंह पिछले लंबे समय से भानु प्रताप हत्या मामले में जेल में बंद है. इस मामले में उसे जमानत मिल गई है. ऐसे में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती उसे जेल में बंद रखने की है. पुलिस को डर है कि जेल से रिहा होने के बाद शिवराज फिर से हाड़ौती क्षेत्र में उत्पात मचाएगा और गैंगवार की घटनाएं बढ़ेंगी. वहीं, गैंगस्टर शिवराज सिंह को दोपहर में न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उसे 1 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.

कोटा के पुलिस उपाधीक्षक प्रथम अंकित जैन ने बताया कि शिवराज सिंह को 2010 के एक मामले में पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है. उसे बख्तरबंद गाड़ी में देर रात कोटा लाया गया. दूसरी ओर उसकी गैंग से जुड़े लोग भरतपुर से लाने की तैयारी कर रहे थे. ऐसे में सुरक्षा घेरे को पहले से ही दुरुस्त कर दिया गया था, ताकि किसी प्रकार की दिक्कतें पेश न आएं

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आईजी-एसपी तक चिंतित: हाईकोर्ट से शिवराज सिंह को जमानत मिलने पर कोटा पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है. यहां तक कि मामला प्रसन्न खमेसरा और एसपी केसर सिंह शेखावत तक पहुंच गया. जिसके बाद से ही लंबित मामलों को खंगालने की कड़ियां शुरू हो गई हैं. वहीं, गुमानपुरा थाने में दर्ज एक मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि भूखंड विवाद के बाद शिवराज सिंह और उसके साथियों ने चौकीदार से मारपीट की थी.

पीडब्ल्यूडी में ठेकेदार था शिवराज सिंह: कभी हाड़ौती में अपराध का पर्याय बन चुका भानु प्रताप गैंग साल 2007 में दो टुकड़ों में बंट गया था. दूसरे गैंग को लालचंद उर्फ लाला बैरागी लीड कर रहा था, जिसकी हत्या भानु प्रताप ने 12 दिसंबर, 2008 में कोटा शहर के उद्योग नगर थाने क्षेत्र के राजनगर तिराहे पर करा दी थी. इस मामले में बृज राज सिंह उर्फ बबलू गवाह था. हालांकि, बृज राज सिंह का भाई शिवराज अपराध की दुनिया में सक्रिय नहीं था. यहां तक कि वह गैंगस्टर भी नहीं था. सार्वजनिक निर्माण विभाग के ठेकेदार के तौर पर वो काम करता था. गैंगस्टर शिवराज सिंह के बड़े भाई बृज राज सिंह उर्फ बबलू की हत्या 12 मई, 2009 को भानु प्रताप गैंग ने चित्तौड़गढ़ के बेगू थाना इलाके में करा दी थी.

पढ़ें- गैंगस्टर ने कोर्ट परिसर में चीख-चीख कर पुलिसकर्मियों पर लगाए आपराधिक गुटों को चलाने के आरोप

भाई की हत्या के बाद शिवराज बना गैंगस्टर: लाला बैरागी हत्या मामले में गवाह होने के कारण बृज राज सिंह की हत्या कर दी गई थी. शिवराज ने इसी हत्या का बदला लेने के लिए भानु प्रताप की हत्या की थी.

Last Updated : Sep 23, 2022, 10:46 PM IST
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