कोटा. विवाहिता की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है, जिसमें बताया कि महिला की हत्या उसके पति ने अपने भाइयों और पिता के साथ मिलकर की है, जिन्हें इस प्रकरण में गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी ने घर पर ही मृतका की हत्या कर उसके शव को गाड़ दिया था. बाद में बदबू आने पर निकाला और नहर में फेंक दिया.
एसपी चौधरी ने बताया कि मृतका ने न्यायालय में अपने पति के खिलाफ वाद दायर किया था. उसके 7 साल की बेटी व 3 साल का बेटा है, जिसके तहत कोर्ट ने 3000 प्रति माह भरण पोषण के आदेश दिए थे, जिनकी कुल राशि करीब डेढ़ लाख थी. यह राशि शालू के पति बंटी को 31 जुलाई तक न्यायालय में जमा कराना था. बंटी यह रकम नहीं देना चाहता था. इसलिए उसने अपने भाई दिलीप, रवि और पिता पन्नालाल के साथ मिलकर शालू की हत्या की साजिश रची.
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इसके तहत 31 जुलाई को सुबह दिलीप और रवि ने शालू को पकड़ लिया. इसके बाद बंटी ने शालू के सिर पर मसाला पीसने के पत्थर से वार कर उसके चेहरे को कुचल दिया. इसके बाद घर में ही 6 फीट लंबा गड्ढा खोदकर उसे दफन कर दिया. बाद में चालू के पिता ओमप्रकाश को फोन कर सूचना दी कि 2 दिन से उनकी बेटी गायब है. दूसरी तरफ बंटी ने होशियारी दिखाते हुए अपनी पत्नी, ससुर और उनके वकील के खिलाफ जान माल के खतरे की रिपोर्ट दी.
बदबू आने पर बाहर निकालनी पड़ी लाश : एसपी चौधरी ने बताया कि लाश जमीन के अन्दर ज्यादा गहरी दबी नहीं होने के कारण दो दिन बाद ही फूल कर बाहर आने लगी. पूरे घर में बदबू होने लगी. आरोपियों को डर लगा कि पड़ोसियों को भी यह बदबू आएगी. ऐसे में शालू की लाश को वापस जमीन से निकालकर एक प्लास्टिक की पॉलीथिन से लाश के ढंक कर कमरे में रख दिया. जब रोटेदा माइनर नहर में पानी छोड़ा गया था, यह आरोपी के घर के सामने से निकल रही है. जिसमें मृतका की लाश को फेंक दिया. एसपी चौधरी का कहना है कि मामले में मुकदमा दर्ज होने के चंद घंटों में ही पटाक्षेप किया गया है. इस मामले में तीनों भाइयों बंटी, दिलीप, रवि और उनके पिता पन्नालाल को गिरफ्तार कर लिया है.