कोटा. कोटा में स्कूल व कोचिंग में क्लासरूम की पढ़ाई शुरू करने की मांग को लेकर कोटा बचाओ संघर्ष समिति का आंदोलन जारी है. तीन दिन से आंदोलनरत कोटा बचाओ संघर्ष समिति को सोमवार को कोटा व्यापार महासंघ का समर्थन भी मिला. कोटा व्यापार महासंघ के पदाधिकारियों द्वारा पत्र भेजकर संघर्ष में साथ होने की बात कही गई. संघर्ष समिति के सदस्यों ने सोमवार को लैंडमार्क सिटी क्षेत्र में सामूहिक सद्बुद्धि यज्ञ किया और हवन में आहूतियां दी. बड़ी संख्या में शहरवासियों ने आहूति देते हुए राज्य सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए भगवान से प्रार्थना की.
समिति के सदस्यों का कहना था कि कोटा में ऐतिहासिक संघर्ष का दौर चल रहा है. आठ माह से व्यापार बंद है, छोटे से लेकर बड़े सभी व्यवसायी इससे प्रभावित हैं. लोग सड़कों पर आ रहे हैं, बेरोजगार हो रहे हैं और राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरकर बैठी है. यदि कोटावासियों को राहत देने के लिए जल्द ही कोई प्रभावी घोषणा नहीं की तो कोटा में आंदोलन और अधिक तेज होगा और इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. कोटा बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों का कहना है कि व्यापारियों और हॉस्टल संचालकों के साथ सभी को सड़क पर इसलिए उतरना पड़ रहा है, क्योंकि हर व्यक्ति प्रभावित है. यदि यह स्थिति ज्यादा दिनों तक बनी रही तो खाने के लाले पड़ जाएंगे.
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सरकार स्कूल व कोचिंग शुरू करने के लिए गाइडलाइन बनाएं और सुरक्षित वातावरण में कोचिंग में क्लासरूम कोचिंग की पढ़ाई शुरू करवाने की व्यवस्था करें, ताकि यहां का व्यापार गति पकड़ सके. जब स्टूडेंट और पेरेन्ट्स दोनों तैयार हैं और कोटा के कोचिंग व हॉस्टल्स भी स्टूडेंट्स को सुरक्षित वातावरण में पढ़ाई करवाने के लिए आश्वासन दे रहे हैं तो सरकार को जल्द पढ़ाई शुरू करवा देनी चाहिए.