कोटा. कोरोना महामारी के चलते लागू हुए लॉकडाउन के दौरान पुलिसकर्मियों ने दोहरी भूमिका निभाई थी. लोगों की जान की रक्षा के साथ ही लंबे समय तक बंद रही दुकानों की सुरक्षा करना भी चुनौतिपूर्ण कार्य था, जिसे एक कोरोना योद्धा के रूप में पुलिसकर्मियों ने तत्परता के साथ निभाया. ऐसे में बुधवार को कोटा के न्यू सर्राफा मार्केट में श्री सर्राफा बोर्ड और थोक सर्राफा विक्रेता व्यवायिक संघ ने कोरोना योद्धा पुलिसकर्मियों का सम्मान किया.
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कोरोना योद्धा सम्मान समारोह में सर्राफा बोर्ड के अध्यक्ष सुरेन्द्र गोयल विचित्र ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान शहर के 5 हजार से अधिक सर्राफा व्यापारियों, कारीगरों और अन्य को अपनी दुकानों और कारखानों की सुरक्षा की चिंता सता रही थी. लेकिन, पुलिस-प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था से कहीं भी कोई वारदात नहीं हुई. पुलिस द्वारा न्यू सर्राफा मार्केट, स्वर्ण रजत मार्केट और चौथमाता बाजार आदि की सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई थी, जिसके लिए हम प्रशासन का आभार व्यक्त करते हैं.
वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपाधीक्षक रामकल्याण मीणा ने कहा कि व्यापारियों के दुकानों की सुरक्षा करना भी हमारा कर्तव्य था. ऐसी विषम परिस्थितियों में सर्राफा बाजार से जुड़ी हुई संस्थाओं ने जिला प्रशासन को जो सहयोग दिया, उसके लिए हम आभार व्यक्त करते हैं.
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बता दें कि कार्यक्रम के दौरान दोनों संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ ही स्वर्ण रजत कला उत्थान समिति के अध्यक्ष रमेश सोनी, रामपुरा सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष भगवान लड्डा ने पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों को मोती की माला पहनाकर, दुपट्टा ओढ़ाकर और स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया.