कोटा. महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर सोमवार को कोटा में एक विशाल वाहन रैली आयोजित की गई थी. इस रैली में हैदराबाद के विधायक टी राजा सिंह भी पहुंचे थे, जिन्होंने अपने संबोधन में राजस्थान के इतिहास को गौरवशाली बताया और कहा कि यहां महारथियों का जन्म हुआ है. टी राजा सिंह ने कहा कि हम लोग अपना इतिहास भूलते जा रहे हैं. नेता इतिहास को बदलने की कोशिश भी करते हैं. कहते है कि महाराणा प्रताप ने परिवार और राज्य के लिए युद्ध लड़ा है, लेकिन इतिहास गवाह है कि महाराणा प्रताप हमारे मान सम्मान के लिए लड़े.
अकबार महाराणा प्रताप से डरता था : टी राजा ने कहा कि देश, धर्म और समाज की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप ने अकबर से लोहा लिया था. देश के खिलाफ कोई भी बात करता है तो उसे मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए. हमें हल्दीघाटी के युद्ध का शौर्य हमेशा याद रखना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि अकबर तीर और तलवार से नहीं डरता था, वह महाराणा प्रताप से डरता था.
प्रतीमा तोड़ने वालों को गिरफ्तार करें : टी राजा सिंह ने आरोप लगाया कि राजस्थान में पीएफआई पैर फैला रहा है. यहां पर पीएफआई की रैली निकली, शक्ति प्रदर्शन किया गया था. इस शक्ति प्रदर्शन का जवाब महाराणा प्रताप के जन्म दिवस पर निकाली गई रैली है. उन्होंने राजस्थान के सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि पुलिस पीएफआई की रैली को अनुमति देती है, जबकि महाराणा प्रताप जयंती की अनुमति के लिए चक्कर कटवाती रही. हल्दीघाटी के युद्ध मैदान में महाराणा प्रताप की प्रतिमा को तोड़ने का प्रयास हुआ. ऐसे में जिसने भी इन प्रतिमाओं को हाथ लगाया, उन्हें पुलिस तुरंत गिरफ्तार करें.
हिन्दू ग्रुपिज्म छोड़कर एक हों : टी राजा सिंह ने कहा कि हिंदू संगठनों को एक होने की हिदायत दी. साथ ही कहा कि हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए सभी को एक होना होगा, ग्रुपिज्म को छोड़ना होगा. लव जिहाद की बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी यह एक समस्या बनती जा रही है. टी राजा सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सभी लोग अपील करें कि यूनिफॉर्म सिविल कोड बनाया जाए, ताकि सभी लोग एक कानून के दायरे में आ जाएं. जनसंख्या नियंत्रण पर भी कानून बनाना काफी जरूरी है.
बता दें कि सर्व समाज की तरफ से आयोजित रैली मानव विकास भवन से शुरू होकर शहर के भीतरी परकोटा एरिया से निकलती हुई कुन्हाड़ी महाराणा प्रताप सर्किल पहुंची. कार्यक्रम के दौरान एमएलए मदन दिलावर, पूर्व सांसद इज्यराज सिंह, साध्वी हेमा सरस्वती, हेमंतकृष्ण विजय और गिर्राज गौतम मंच पर मौजूद थे.