सांगोद (कोटा). जिले के सांगोद में विनोदकलां में शहीद स्मारक पर दो मार्च को प्रस्तावित शहीद हेमराज मीणा की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम को लेकर चल रही तैयारियों का पूर्व विधायक हीरालाल नागर ने अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने शहीद के परिजन और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अनावरण कार्यक्रम को लेकर चर्चा की और तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया.
उल्लेखनीय है कि पुलवामा हमले में शहीद हुए विनोदकलां निवासी हेमराज मीणा की शहादत के बाद उनके अन्त्यैष्ठी स्थल विनोदकलां में उजाड़ नदी के किनारे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्य सभा सांसद विजय गोयल के कोष से शहीद स्मारक का निर्माण अंतिम चरण में चल रहा है. वहीं दो मार्च को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की मौजूदगी में प्रतिमा का अनावरण होगा, जिसको लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही है.
दिल्ली से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से भेजी गई प्रतिमा को केसरिया रंग के कपड़े से ढक्कर स्ट्रक्चर पर रखा गया है, जहां ड्रोन की मदद से अतिथियों की ओर से दो मार्च को इसका अनावरण किया जाएगा. बता दें कि इस मौके पर पूर्व विधायक हीरालाल नागर ने पूर्व मंडल अध्यक्ष ओम नागर अडूसा, पूर्व सरपंच प्रेम गोचर, पार्षद कृष्णकुमार गर्ग, प्रतिपक्ष नेता रामवतार खटीक आदि के साथ कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
यह भी पढ़ें: जोधपुर एम्स में पहली बार ट्राई रजिस्ट्रेशन तकनीक से हुई एंजियोग्राफी, सटीक पता लगेगा ब्लॉकेज कहां है और स्टेंट लगाना है या नहीं
वहीं पूर्व विधायक हीरालाल नागर ने बताया कि कार्यक्रम में सांगोद समेत जिलेभर से बड़ी तादाद में लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे. गांवों से तिरंगा यात्राएं विनोदकलां गांव पहुंचेंगी. इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. यहां छाया, पानी, मंच आदि की माकूल व्यवस्थाएं की जा रही है. इसके साथ ही गांव-गांव कार्यकर्ताओं की ओर से तिरंगा ध्वज वितरित कर कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता दिया जा रहा है.
शहीद हेमराज मीणा के जीवन परिचय पर एक नजर
पुलवामा आंतकी हमले में अमर शहीद हेमराज मीणा का जन्म 1 जुलाई 1976 को ग्राम विनोदकलां तहसील सांगोद जिला कोटा में कृषक परिवार में हुआ था. इनके पिता हरदयाल मीणा मध्यम वर्गीय कृषक परिवार से है. शहीद हेमराज मीणा ने 15 मार्च, 2001 को केन्द्रीय रिर्जव पुलिस फोर्स में 18 वर्ष की उम्र में सेना में भर्ती हुए थे. इनका विवाह 16 जून 1999 में बांरा जिले के ग्राम बेंगना में मधुबाला मीणा से हुआ. वहीं इनके दो बेटे और दो बेटीयां है. सबसे बड़ी बेटी रीना उम्र 20 वर्ष और सबसे छोटा बेटा ऋषभ उम्र 6 वर्ष का है. शहीद हेमराज मीणा के मन में बचपन से ही सेना में जाने का शोक था. वे हमेशा सेना की बहादूरी की बाते किया करते थे, और देश सेवा का जज्बा कूट-कूट कर उनके अदंर भरा था. महज 18 वर्ष की राजकीय सेवा के दौरान शहीद हेमराज मीणा दिनांक 14 फरवरी 2019 को पुलवामा आंतकी हमले में देश के नाम अपने प्राण न्यौछावर करते हुए शहीद हो गये.