कोटा. जिले में दीपावली पर जमकर आतिशबाजी हुई. इसके चलते कई जगहों पर हादसे भी हुए. कहीं कचरे में आग लग गई तो कहीं इमारत से धुआं निकलते दिखा. यानी जैसे-जैसे आतिशबाजी परवान चढ़ती (fire in kota during diwali) गई, वैसे-वैसे आग जनित हादसों की सूचनाएं आते रही. इस बीच दमकल विभाग के दफ्तर में लगातार फोन आने से अफरा-तफरी मची रही. इस दौरान कोटा उत्तर व दक्षिण नगर निगम क्षेत्र में करीब दो दर्जन स्थानों पर आग लगी, जिस पर कड़ी मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों ने आखिरकार काबू पा लिया.
जिला दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिटी के कई इलाकों में दीपावली के दौरान आग लगने की घटनाएं सामने आई. जिसमें सबसे बड़ा हादसा गुमानपुरा में हुआ. यहां एक इमारत के क्लब में आग लग गई. जिस पर घंटों की मशक्कत के बाद नियंत्रण पाया जा सके. बताया गया कि इमारत के छठे माले पर स्थित वी-थ्री क्लब में आग लग गई थी. घटना के दौरान वहां चौकीदार फंस गया था तो वहीं दूसरी ओर इमारत की लिफ्ट में दो लोग करीब एक घंटे तक फंसे रहे, जिन्हें सूचना के बाद मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया.
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इसके अलावा कोटा उत्तर निगम क्षेत्र के चंद्रसेल, कुन्हाड़ी, नांता रोड, किशोर सागर तालाब, साबरमती कॉलोनी, मल्टीपरपज स्कूल ग्राउंड समेत कई इलाकों से आग लगने की सूचना रही. जहां दमकलकर्मियों ने समय रहते पहुंचकर आग पर नियंत्रण पा लिया. अधिकारियों ने बताया कि उत्तर निगम क्षेत्र के कुन्हाड़ी पेट्रोल पंप के पास कचरे में भीषण आग लग गई थी. जिसको बुझाने में दमकलकर्मियों को घंटों का वक्त लग गया.
नगर निगम उत्तर (Kota North Municipal Corporation) के चीफ फायर ऑफिसर राकेश व्यास ने बताया कि उन्होंने पहले से ही कई टीमें गठित कर रखी थी. जिसके कारण समय रहते आग जनित हादसों पर नियंत्रण पाया जा सका. इसी तरह कोटा दक्षिण नगर निगम के श्रीनाथपुरम, रानपुर और भामाशाह मंडी इलाके में भी आग लगने की घटनाएं सामने आई.