कोटा. शहर पुलिस ने हत्या के आरोप में पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया है. जिन्होंने अपने साथियों व रिश्तेदारों के साथ मिलकर दूसरे गुट पर हमला कर दिया था. इस मामले में एक लड़के की मौत हो गई थी. इस मामले में सामने आ रहा है कि पुराने मार्केट के मामले में अजय वाल्मीकि गवाह था. उसे गवाही से रोकने और धमकाने के लिए पप्पू और विष्णु ने बुलाया था. जब वह उससे मिलने पहुंचे, तब उन्होंने हमला कर दिया. इसमें उसकी मां और भाई सहित अन्य व्यक्ति भी घायल हो गए थे.
एसपी शरद चौधरी ने बताया कि हरिओम नगर कच्ची बस्ती निवासी शक्ति वाल्मीकि ने महावीर नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. इसमें बताया है कि वीर सावरकर नगर और हरिओम गली के बीच पप्पू वाल्मीकि ने विशाल, भरत, चंदू, सोनू व अन्य 8 से 10 लोगों ने मिलकर उन पर हमला कर दिया था. इस दौरान शक्ति, भाई अजय, मां गीताबाई और यहां से गुजर रहे वैभव गौतम उर्फ लकी घायल हो गए थे. इस दौरान भाई अजय वाल्मीकि की मौत हो गई. इस मामले में महावीर नगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था. वहीं पप्पू वाल्मीकि और विष्णु वाल्मीकि को गिरफ्तार कर लिया है. महावीर नगर थाना अधिकारी परमजीत पटेल का कहना है कि इस मामले के अन्य आरोपियों की पुलिस सरकारी से तलाश कर रही है.
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पुराने मामले में गवाह बनने पर किया था हमला: पुलिस उप अधीक्षक चतुर्थ हर्षराज सिंह खरेड़ा ने बताया कि आरोपी पप्पू वाल्मीकि आदतन अपराधी है. उस पर साल 2000 में हत्या का प्रकरण दर्ज हुआ था. जिसमें न्यायालय में उसे बरी कर दिया था. हालांकि इसके बाद एक मारपीट का मामला 2001 का है, जिसमें न्यायालय ने सजा हुई थी. वहीं 2011 में भी धार्मिक स्थल अधिनियम और मारपीट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. यह भी न्यायालय में पेंडिंग चल रहा है. गवाह बनने पर पप्पू वाल्मीकि और उसके बेटे विष्णु वाल्मीकि ने साथियों के साथ मिल धमकाने के लिए अजय और उसके परिवार पर हमला किया था.