कोटा. न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रावतभाटा के मांडलगढ़ से जहर खाने के मामले में महेंद्र कंजर को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था. जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. महेंद्र की मृत्यु की सूचना पर वहां से पोस्टमार्टम के लिए पुलिस कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची.
जहां मोर्चरी मे मृतक के शव को रखा गया था, लेकिन विगत 5 माह से मोर्चरी में तैनात कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला. जिसके चलते उन्होंने पोस्टमार्टम प्रक्रिया कराने से इनकार कर दिया.
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वहीं पोस्टमार्टम न होने के कारण मृतक के परिजनों को सुबह से परेशान होना पड़ा आखिरकार पुलिस मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए एमबीएस मोर्चरी लेकर गई. बता दें मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 4 सितंबर से मोर्चरी शुरू हुई थी, लेकिन अस्पताल में ठेके पर लगे सफाई कर्मियों से मोर्चरी में काम लिया जा रहा था.
लेकिन उन्हें सितंबर से लेकर दिसंबर माह तक का वेतन नहीं दिया गया ऐसे में कर्मचारियों ने काम करने से मना कर दिया. वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि ये कर्मचारी अस्पताल में ही सफाई का काम कर रहे हैं जहां उनको नियमित वेतन दिया जा रहा है.