कोटा. डायबिटिज ओर ब्लडप्रेशर के मरीजों को अपनी आंखो के पर्दो की जांच के लिए अब कोटा से बाहर नहीं जाना पड़ेगा. इसके लिए संभाग के सबसे बडे़ एमबीएस अस्पताल में शनिवार को ओसीटी, लेजर ओर एन्जीयोग्राफी मशीनों का उद्घाटन कर दिया गया है.
इस दौरान मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ गिरीश वर्मा, जयपुर एसएमएस अस्पताल के सह आचार्य डॉ विशाल अग्रवाल, नेत्र विभाग एचओडी डॉ जयश्री सिंह सहित कई चिकित्सक मौजूद रहे. डॉ गिरीश वर्मा ने बताया की नेत्र विभाग की ओर से आयोजित सतत चिकित्सा विभाग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. ओसीटी, लेजर ओर एन्जीयोग्राफी मशीनों की लागत करीब 80 लाख रूपए आई है. इन मशीनों की मदद से आंख के पर्दो की जांच होती है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में ज्यादातर डायबिटिज ओर ब्लडप्रेशर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है.
ऐसे में इन उपकरणो की मदद से आंख के पर्दो का अध्ययन किया जा सकता है. साथ ही उपचार भी किया जा सकता है. डॉ गिरीश वर्मा ने बताया कि ये जांचे पहले जयपुर एसएमएस अस्पताल होती थी. लेकिन, अब कोटा में भी हो सकेगी. इसके लिए मरीजों को निजी अस्पतालों में नहीं जाना पडे़गा. हालांकी ये जांचे किस दर पर होगी, इसको अभी तय किया जा रहा है.