रामगंजमंडी (कोटा). मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में 3 अगस्त को बाघिन एमटी-2 की मौत हुई थी. बाघिन के मरने के बाद उसके दो शावकों को लेकर वन विभाग के अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है. एक शावक का जंतुआलय में इलाज चल रहा है, तो दूसरा शावक अभी भी वन विभाग के हाथों से दूर है.
हालांकि, बाघिन एमटी-2 का एक शावक तो मां के बिछड़ने के कुछ घंटे बाद ही घायल अवस्था में मिल गया था, लेकिन एक शावक अभी भी वन विभाग की नजर से दूर है. दूसरे शावक को मां से बिछड़े पूरे 5 दिन बीत गए, लेकिन वह विभाग की टीमों के हाथ नहीं लगा है और रिजर्व एरिया से ही गायब बताया जा रहा है.
मुकन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व डीएफओ बिजो जॉय ने बताया कि शुक्रवार को एमटी-1 की ट्रैकिंग तीन घंटे तक की गई है, जिसमें एमटी-1 स्वस्थ नजर आया है. एमटी-1 ने पूर्व में बचा हुआ शिकार भी खाया है. वहीं, बाघ एमटी-4 की तस्वीरें कैमरा ट्रैप में रिकॉर्ड हुई हैं.
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मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक रविंदम तौमर और मुख्य वन संरक्षक एवं फील्ड डायरेक्टर कोटा एस आर यादव द्वारा सहायक वन संरक्षक के निरीक्षण दल के साथ एमटी-4 के टेरिटरी गागरोन तक का निरीक्षण किया गया है. साथ ही ट्रैकिंग और कैमरा ट्रैप लगाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. फिलहाल मृत बाघिन एमटी-2 के शावक का उपचार कोटा जन्तुआलय में सघन निगरानी में चल रहा है. वहीं दूसरे लापता बाघिन एमटी-2 के शावक को वन विभाग अभी भी तलाश नहीं कर पाया है.