कोटा. भामाशाह कृषि उपज मंडी में आज रामनवमी का अवकाश होने के चलते नीलामी नहीं हुई. किसान बड़ी संख्या में शुक्रवार के लिए माल लेकर पहुंचे थे, लेकिन गुरुवार शाम को जिस तरह से बारिश का कहर हुआ और तेज अंधड़ आंधी के साथ बारिश आ गई. इसके चलते किसानों का माल भीग गया है. बताया जा रहा है कि किसानों की करोड़ों रुपए की जिंस भीग गई है. इनमें गेहूं, धनिया व सरसों सहित अन्य कई उपज शामिल हैं. मंडी प्रशासन अब व्यापारियों को नोटिस देने की बात कह रहा है.
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष गिरीराज चौधरी ने बताया कि बड़ी दूर-दूर से किसान अपने मेहनत से उगाए गए जिंस को लेकर पहुंचे थे, लेकिन व्यापारियों की गलती और मंडी प्रशासन की लापरवाही के चलते ही किसानों को नुकसान हुआ है. बड़ी संख्या में माल व्यापारियों ने शेड में रखा हुआ है. व्यापारियों ने इन पर कब्जा किया हुआ है. वे कई दिनों तक यहां से अपना माल नहीं उठाते हैं. जबकि इन शेड में ही किसानों का माल खाली करवाना चाहिए था. जिससे की बारिश या तेज अंधड़ में उनका माल खराब नहीं होता.
पढ़ेंः भरतपुर: बयाना में गिरे ओले, कई इलाकों में फसलों को हुआ नुकसान
हालात ऐसे हो गए हैं कि किसान बड़ी मुश्किल से उगाई गई उपज को बचाने के लिए तेज बरसात में भी फसल के पास खड़ा रहा. कई किसानों की फसलें तेज बारिश के चलते नाली में बह कर चली गई. जिनको समेटने का जतन यह किसान करते रहे, लेकिन बारिश के सामने किसानों की एक नहीं चली. दूसरी तरफ, मंडी सचिव जवाहर लाल नागर का कहना है कि जिन भी व्यापारियों का शेड में माल रखा है, उनको नोटिस दिया जाएगा. हालांकि यह माल काफी कम रखा हुआ था. साथ ही सभी किसानों को त्रिपाल हमने उपलब्ध करवाए हैं, ताकि वे अपनी जींस को बारिश से बचा सके.