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कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल...खनन विभाग के मुखिया को बताया भ्रष्टाचारी

पूर्व पंचायती राज मंत्री और कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने अपनी ही सरकार के खनन मंत्री को कटघरे में खड़ा कर दिया. हाल ही में सीएम गहलोत को एक पत्र लिखकर खनन विभाग के मुखिया पर भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाया है.

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Published : Oct 14, 2019, 5:59 PM IST

कोटा. हाल ही में पंचायती राज विभाग में तत्कालीन आईएएस अशोक सिंघवी पर सवाल खड़े करने के बाद पूर्व पंचायती राज मंत्री भरत सिंह ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. भरत सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक पत्र लिखकर भ्रष्टाचार की शिकायत की है.

सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने इस पत्र के जरिए मुख्यमंत्री के बजट भाषण का हवाला देते हुए कहा कि सीएम गहलोत ने बजट के पैरा 81 और 180 में कहा था कि सरकार भ्रष्टाचार रोकने का काम करेगी. लेकिन इसके आगे अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े करते हुए लिखा कि अगर खनन विभाग का मुखिया ही अपने कर्मचारियों को भ्रष्टाचार की शह दे, तो भ्रष्टाचार कैसे रुकेगा.

पत्र के जरिए खनन विभाग के मुखिया पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

कांग्रेस विधायक ने अपने पत्र के जरिए बताया कि NH-27 पर रख-रखाव के लिए केंद्र सरकार ने 208. 54 करोड़ रुपए की धनराशि मंजूर कर दी है. लेकिन बारां में खनन विभाग के सहायक अभियंता खनन विभाग के मुखिया के निर्देश पर ठेकेदार को मंजूरी नहीं दे रहे हैं.

पढ़ें- रामगंजमंडी में पालिका ने तड़के 4 बजे हटाए अतिक्रमण, करोड़ों की जमीन कराई मुक्त

हालांकि सीधे तौर पर तो उन्होंने मंत्री का नाम नहीं लिखा, लेकिन उनका इशारा खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया की तरफ था. उन्होंने पत्र के जरिए मुख्यमंत्री को बताया कि खनन विभाग का मुखिया भ्रष्टाचार को शह दे रहे हैं. वहीं कहा जा रहा है की ये लड़ाई हाड़ोती संभाग के नेताओं के बीच चल रहे शीतयुद्ध का भी नतीजा है.

कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल

विधायक भरत सिंह ने कहा कि नेशनल हाईवे-27 लगभग 104 किलोमीटर तक खराब है. इसके नवीनीकरण के लिए हरियाणा की कंपनी धतरवाल कंट्रक्शन को काम मिल गया है. लेकिन खनन विभाग के मुखिया के इशार पर आवेदक को एनओसी नहीं मिल रही है.

इस्तीफे की बात पर क्या बोले भरत सिंह

वहीं कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने की बात पर कांग्रेस विधायक ने ईटीवी भारत के संवाददाता को बताया कि उन्होंने किसी तरह के इस्तीफे की बात नहीं की है. न ही वह कभी इस्तीफे के बारे में सोच सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस में रहकर कांग्रेस को मजबूत करेंगे.

पढ़ें- बहरोड़: न्याय नहीं मिलने पर आईजी से मिली पीड़िता, पति ने ही बनाया गलत काम करने का दबाव

कांग्रेस विधायक ने यह भी कहा कि सत्ता के अंदर जो भ्रष्टाचारी लोग हैं. उनके खिलाफ बोलने में कांग्रेस को ताकत मिलेगी. भ्रष्टाचारी कांग्रेस को कमजोर कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं सरकार के खिलाफ नहीं बोलता. जनता के हित में बात करता हूं.

प्रशासनिक अधिकारियों पर हमेशा उठाते हैं सवाल

कांग्रेस विधायक अक्सर प्रशासनिक अधिकारियों पर सवाल उठाते रहते हैं. हाल ही में पंचायती राज विभाग में आईएएस अशोक सिंघवी पर सवाल खड़े किए थे. इस पर भरत सिंह ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी ड्राइवर की तरह होते हैं. जो खराब सड़क पर भी अच्छा सफर करवा सकते हैं. लेकिन भ्रष्ट ड्राइवर अच्छी सड़क पर भी सफर को खराब कर देते हैं. साथ ही विधायक ने कोटा में घूमती गायों के गोपालन मंत्रालय पर भी सवाल उठाए.

कोटा. हाल ही में पंचायती राज विभाग में तत्कालीन आईएएस अशोक सिंघवी पर सवाल खड़े करने के बाद पूर्व पंचायती राज मंत्री भरत सिंह ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. भरत सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक पत्र लिखकर भ्रष्टाचार की शिकायत की है.

सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने इस पत्र के जरिए मुख्यमंत्री के बजट भाषण का हवाला देते हुए कहा कि सीएम गहलोत ने बजट के पैरा 81 और 180 में कहा था कि सरकार भ्रष्टाचार रोकने का काम करेगी. लेकिन इसके आगे अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े करते हुए लिखा कि अगर खनन विभाग का मुखिया ही अपने कर्मचारियों को भ्रष्टाचार की शह दे, तो भ्रष्टाचार कैसे रुकेगा.

पत्र के जरिए खनन विभाग के मुखिया पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

कांग्रेस विधायक ने अपने पत्र के जरिए बताया कि NH-27 पर रख-रखाव के लिए केंद्र सरकार ने 208. 54 करोड़ रुपए की धनराशि मंजूर कर दी है. लेकिन बारां में खनन विभाग के सहायक अभियंता खनन विभाग के मुखिया के निर्देश पर ठेकेदार को मंजूरी नहीं दे रहे हैं.

पढ़ें- रामगंजमंडी में पालिका ने तड़के 4 बजे हटाए अतिक्रमण, करोड़ों की जमीन कराई मुक्त

हालांकि सीधे तौर पर तो उन्होंने मंत्री का नाम नहीं लिखा, लेकिन उनका इशारा खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया की तरफ था. उन्होंने पत्र के जरिए मुख्यमंत्री को बताया कि खनन विभाग का मुखिया भ्रष्टाचार को शह दे रहे हैं. वहीं कहा जा रहा है की ये लड़ाई हाड़ोती संभाग के नेताओं के बीच चल रहे शीतयुद्ध का भी नतीजा है.

कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल

विधायक भरत सिंह ने कहा कि नेशनल हाईवे-27 लगभग 104 किलोमीटर तक खराब है. इसके नवीनीकरण के लिए हरियाणा की कंपनी धतरवाल कंट्रक्शन को काम मिल गया है. लेकिन खनन विभाग के मुखिया के इशार पर आवेदक को एनओसी नहीं मिल रही है.

इस्तीफे की बात पर क्या बोले भरत सिंह

वहीं कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने की बात पर कांग्रेस विधायक ने ईटीवी भारत के संवाददाता को बताया कि उन्होंने किसी तरह के इस्तीफे की बात नहीं की है. न ही वह कभी इस्तीफे के बारे में सोच सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस में रहकर कांग्रेस को मजबूत करेंगे.

पढ़ें- बहरोड़: न्याय नहीं मिलने पर आईजी से मिली पीड़िता, पति ने ही बनाया गलत काम करने का दबाव

कांग्रेस विधायक ने यह भी कहा कि सत्ता के अंदर जो भ्रष्टाचारी लोग हैं. उनके खिलाफ बोलने में कांग्रेस को ताकत मिलेगी. भ्रष्टाचारी कांग्रेस को कमजोर कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं सरकार के खिलाफ नहीं बोलता. जनता के हित में बात करता हूं.

प्रशासनिक अधिकारियों पर हमेशा उठाते हैं सवाल

कांग्रेस विधायक अक्सर प्रशासनिक अधिकारियों पर सवाल उठाते रहते हैं. हाल ही में पंचायती राज विभाग में आईएएस अशोक सिंघवी पर सवाल खड़े किए थे. इस पर भरत सिंह ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी ड्राइवर की तरह होते हैं. जो खराब सड़क पर भी अच्छा सफर करवा सकते हैं. लेकिन भ्रष्ट ड्राइवर अच्छी सड़क पर भी सफर को खराब कर देते हैं. साथ ही विधायक ने कोटा में घूमती गायों के गोपालन मंत्रालय पर भी सवाल उठाए.

Intro:सांगोद विधायक भरत सिंह खनन विभाग के मुखिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि आका के इशारे पर संवेदक को एनओसी जारी नहीं की जा रही है. इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि जहां राजस्थान की पूरी जनता जानती है, खनन विभाग का मुखिया ही भ्रष्ट है तो फिर ईमानदारी का क्या लेना देना. साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह का भ्रष्टाचार उस जिले में हो जहां का मुखिया प्रदेश के माइनिंग विभाग का मुखिया होए तो यह सोचने की बात है.


Body:कोटा.
कोटा के सांगोद सीट से विधायक भरत सिंह ने नेशनल हाईवे 27 पर खनन विभाग से एनओसी नहीं मिलने के चलते नवीनीकरण का काम शुरू नहीं होने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. जिसमें खनन विभाग के मुखिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि आका के इशारे पर संवेदक को एनओसी जारी नहीं की जा रही है. इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि जहां राजस्थान की पूरी जनता जानती है, खनन विभाग का मुखिया ही भ्रष्ट है तो फिर ईमानदारी का क्या लेना देना. साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह का भ्रष्टाचार उस जिले में हो जहां का मुखिया प्रदेश के माइनिंग विभाग का मुखिया होए तो यह सोचने की बात है.
विधायक भरत सिंह का कहना है कि सरकार विभाग में बार-बार लोगों को चक्कर लगवाने का मतलब है कुछ पैसा उस से मांगा जा रहा है.
विधायक भरत सिंह ने कहा कि नेशनल हाईवे 27 के 104 किलोमीटर खराब सड़क के नवीनीकरण के लिए हरियाणा की कंपनी धतरवाल कंस्ट्रक्शंस को काम भी मिल गया है, लेकिन उसको प्लांट डालने के लिए एनओसी खनन विभाग राजस्थान सरकार का नहीं दे रहा है और बार-बार उसे परेशान किया जा रहा है. इसका सीधा सा कारण है कि उसे पैसे मांगे जा रहे हैं. सिंह ने लिखे पत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बजट भाषण का उल्लेख किया है जिसमें कहा था कि पिछली भ्रष्टाचार की गंगा बहाई गई थी. भरत सिंह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का संबोधित करते हुए कहा है कि आपके अनुसार जीरो हैरेसमेंट और इस ऑफ बिजनेस की पॉलिसी प्रदेश में चलाई जाएगी. जिसके विपरीत कार्य बारां व कोटा जिले में खनन विभाग कर रहा है.

मैं क्यों दूंगा इस्तीफा: विधायक भरत सिंह कुंदनपुर
विधायक भरत सिंह ने स्थिति की पेशकश की बात का सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी तरह का कोई इस्तीफे की बात नहीं कहीं है. मैं दृढ़ता के साथ लड़ूंगा. आज के तारीख में कांग्रेस से इस्तीफा देने की बात तो सोच ही नहीं सकते. कांग्रेस को मजबूत करना है, लेकिन जो सत्ता के अंदर और बाहर चोट्टे चकोरे लोग हैं, उनके खिलाफ बोलने से कांग्रेस को ताकत मिलेगी जो भ्रष्ट लोग हैं. वह कांग्रेस को कमजोर कर रहे हैं.


Conclusion:जनता के हित की बात करता हूं: भरत सिंह
मैं सरकार के खिलाफ नहीं बोलता इसे सरकार के खिलाफ बोलना नहीं कहते हैं. हम जनता के हित की बात करते हैं. उन्होंने तो भ्रष्टाचार का जो कैंसर बताया और कहां कि मैं तो एक डॉक्टर की तरह दोस्त बन कर बता रहा हूं. कैंसर के रूप में जो गंदी बीमारी है, उसको दूर किया जाए. प्रशासनिक अधिकारियों के भी हमेशा सवाल उठाने वाले भरत सिंह ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी बस के ड्राइवर की तरह है. ऐसे में उन्हें अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभानी चाहिए. उन्होंने कहा कि खराब सड़क पर भी अच्छा ड्राइवर यात्रा को सफल बना सकता है. वहीं खराब ड्राइवर अच्छी सड़क पर भी दुर्घटना कर देता है. कोटा शहर में घूमती सड़कों घूमती गायों पर भी उन्होंने गोपालन मंत्रालय बनने पर सवाल खड़े किए.




वन टू वन-- भरत सिंह, सांगोद विधायक
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