कोटा. कांग्रेस पार्टी के संभागीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा शनिवार को कोटा पहुंचे थे. कोटा के उम्मेद सिंह स्टेडियम में आयोजित हुए इस कार्यकर्ता सम्मेलन में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला गहलोत से लेकर सभी वक्ताओं के निशाने पर रहे. सुखजिंदर सिंह रंधावा ने स्पीकर ओम बिरला को 2024 के चुनाव में सबक सिखाने की बात कही, जबकि मुख्यमंत्री गहलोत ने ओम बिरला पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया.
सीएम गहलोत ने आरोप लगाया कि उनकी ड्यूटी थी कि वे निष्पक्षता से कार्य करें, लेकिन उन्होंने नहीं किया है. उनको अपने तेवर दिखाने चाहिए थे और मान मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए था. राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी सभी दलों के लिए निष्पक्षता से काम करते हैं. उन्होंने कहा कि बिरला बीजेपी के मेंबर नहीं हैं. उन्होंने इस्तीफा दिया है या नहीं मुझे याद नहीं, लेकिन अगर इस्तीफा नहीं दिया है तो उन्हें से भी याद दिलाई जाए.
पंजाब के मुद्दे को निपटाना चाहिए : सीएम गहलोत ने कहा कि अमृतपाल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और आरएसएस चीफ मोहन भागवत की तरह बात कर रहा है. यह लोग हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करते हैं और वो खालिस्तान बनाने की बात करता है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी और इंदिरा गांधी पंजाब के आतंकवाद की भुक्तभोगी रही हैं. उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा मुद्दा है. ऐसे में केंद्र और पंजाब के सरकार को तुरंत सभी काम छोड़कर इस मुद्दे को निपटाना चाहिए.
![Congress Divisional Workers Conference In Kota](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/ashokgehlotkota_01042023180840_0104f_1680352720_569.jpg)
रंधावा बोले राम इनके नहीं हमारे : सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जय श्री राम और राम-राम के नारे लगवाए. उन्होंने कहा कि राम भारतीय जनता पार्टी के नहीं, हमारे हैं. साथ ही कहा कि आवाज समारोह स्थल से जितनी तेज आएगी, ओम बिरला को खुद ही पता लग जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी सबसे ज्यादा झूठ बोलने वाली पार्टी है. हमें कांग्रेस के लिए अगर जेल जाना भी पड़ेगा तो हम जाएंगे, लेकिन तब भी हम काम करेंगे. उन्होंने कहा कि वे ओम बिरला से पूछना चाहते हैं कि राहुल गांधी को संसद में क्यों नहीं बोलने दिया गया? ओम बिरला आम जनता के स्पीकर हैं या फिर मोदी के?
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भारत जोड़ो यात्रा की लोकप्रियता से डरी बीजेपी : सीएम गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी का निष्कासन भारत जोड़ो यात्रा के चलते हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि करोड़ों रुपए खर्च कर सोशल मीडिया और बीजेपी आईटी सेल ने राहुल गांधी की छवि खराब की थी. भारत जोड़ो यात्रा के चलते लोगों को उनकी सही छवि नजर आई. निष्कासन इसी लोकप्रियता का परिणाम है.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी विपक्षी पार्टियों के नेताओं के एकजुटता पर कहते हैं कि भ्रष्ट नेताओं का गिरोह बन गया है. क्या बीजेपी में नेता करप्ट नहीं हैं? ईडी, आईटी और सीबीआई का दुरुपयोग केवल दूसरे पार्टी के नेताओं के खिलाफ ही हो रहा है. कांग्रेस ने देश में लोकतंत्र बचाने का काम किया है. इसके चलते उन्हें बहुमत मिला और वे सत्ता में आए. ऐसा नहीं होता तो देश में भी पाकिस्तान की तरह बंदूकों का राज होता, तब मोदी पीएम कभी नहीं बन पाते.
आरएसएस के डॉक्टरों की वजह से हो रही हड़ताल : सीएम गहलोत ने कहा कि जिस तरह से पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने आरटीआई, मनरेगा, राइट टू एजुकेशन व फूड सिक्योरिटी एक्ट लाए थे, उसी तरह से एक राइट टू हेल्थ बनाया गया है. ऐसा करने वाला यह देश का पहला राज्य बन गया है. उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार की 55 फ़ीसदी आमदनी स्वास्थ्य के खर्चे पर जाती है. यही खर्च बचाने के लिए राइट टू हेल्थ लेकर आए हैं.
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उन्होंने कहा कि आरएसएस से जुड़े कुछ डॉक्टर ही इसका विरोध कर रहे हैं. मुझसे मिलने भी कुछ लोग आए थे. उन्हें फाइनेंस और हेल्थ सेक्रेटरी से मिलने के लिए भेजा गया था. ये लोग यहां बहानेबाजी कर वापस चले गए और बस गवर्नर से ही मुलाकात की. आरएसएस की लॉबी ही सब कुछ बर्बाद करना चाहती है. ये डॉक्टरों को गुमराह कर रहे हैं. जो डॉक्टर काम करना चाहते हैं, उन्हें भी गद्दार कहकर वापस हड़ताल में शामिल कर लेते हैं. इन्हें अविलंब स्ट्राइक खत्म कर देनी चाहिए.
भरत सिंह नहीं पहुंचे मंच पर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दोपहर 12:20 बजे कोटा एयरपोर्ट पर उतरे और 12:45 पर समारोह स्थल पर पहुंचे. इस दौरान सुखजिंदर सिंह रंधावा मंच पर पहुंच गए थे. यहां पर नेताओं ने उनका स्वागत किया. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल व खेल एवं युवा मंत्री अशोक चांदना सहित कई विधायक व पूर्व विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी भी मंच पर थे.
पूर्व विधायक हुईं नाराज : इसके अलावा विधायक भरत सिंह कार्यक्रम स्थल पर आम कार्यकर्ताओं के साथ ही बैठे. वहीं, झालावाड़ के डग से पूर्व विधायक स्नेहलता ने मंच पर जगह नहीं मिलने पर नाराजगी जताई. कार्यक्रम के दौरान उम्मेद स्टेडियम में विधायक भरत सिंह के समर्थकों ने पोस्टर लगाया, जिसकी खूब चर्चा हुआ. पोस्टर पर लोकसभा ओम बिरला से नाता तोड़ने की बात लिखी थी. वहीं, कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ता नेताओं के समर्थन में नारे लगा रहे थे. इस दौरान मंच से उन्हें रोका गया और व्यक्तिगत नारे नहीं लगाने के लिए भी कहा गया.