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कोटा: कार्तिक पूर्णिमा में चंबल नदी के तट पर दीपदान का आयोजन हुआ

कोटा में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भीतरिया कुंड और गोदावरी धाम में चंम्बल की आरती की गई. इस मौके पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दीपदान कर खुशहाली और शांति की कामना की.

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Published : Nov 13, 2019, 4:20 AM IST

Kota news, Kartik Purnima, कोटा समाचार, चंम्बल की आरती

कोटा. शहर में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर संध्या के समय जलाशयों पर आरती और दीपदान के लिए श्रद्धालु पहुंचे. साथ ही शिवपुरा भीतरिया कुंड में चंम्बल की आरती और दीपदान का आयोजन हुआ सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. यहां श्रद्धालुओं ने दीपदान कर खुशहाली और शांति की कामना की.

कोटा में कार्तिक पूर्णिमा को चंम्बल की आरती का आयोजन

वहीं मंदिरों को भी दीप से ऐसा सजाया गया था कि ऐसा प्रतीत हो रहा था स्वर्णिम रोशनी में खुशियां लौट रही हैं. आयोजन कर्ताओं ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर चंम्बल मैया की आरती और दीपदान किए जाते हैं. इस अवसर पर सेकड़ों की तादात में महिलाएं और पुरुष दीपदान करते नजर आए.

यह भी पढ़ें- बूंदी: कार्तिक पूर्णिमा में भक्तों ने चर्मण्यवती नदी में लगाई श्रद्धा की डुबकी

बताया जा रहा है कि श्रद्धालु देर रात तक जलाशयों पर दीपदान करते रहे. इसके अलावा गोदावरी धाम में भी चंम्बल की आरती की गई. जिसमें गोदावरी धाम के संरक्षक शेलेन्द्र भार्गव ने चंम्बल मैया की आरती की. इसके बाद हर्षोउल्लास से कार्तिक स्नान का समापन हो गया.

कोटा. शहर में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर संध्या के समय जलाशयों पर आरती और दीपदान के लिए श्रद्धालु पहुंचे. साथ ही शिवपुरा भीतरिया कुंड में चंम्बल की आरती और दीपदान का आयोजन हुआ सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. यहां श्रद्धालुओं ने दीपदान कर खुशहाली और शांति की कामना की.

कोटा में कार्तिक पूर्णिमा को चंम्बल की आरती का आयोजन

वहीं मंदिरों को भी दीप से ऐसा सजाया गया था कि ऐसा प्रतीत हो रहा था स्वर्णिम रोशनी में खुशियां लौट रही हैं. आयोजन कर्ताओं ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर चंम्बल मैया की आरती और दीपदान किए जाते हैं. इस अवसर पर सेकड़ों की तादात में महिलाएं और पुरुष दीपदान करते नजर आए.

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बताया जा रहा है कि श्रद्धालु देर रात तक जलाशयों पर दीपदान करते रहे. इसके अलावा गोदावरी धाम में भी चंम्बल की आरती की गई. जिसमें गोदावरी धाम के संरक्षक शेलेन्द्र भार्गव ने चंम्बल मैया की आरती की. इसके बाद हर्षोउल्लास से कार्तिक स्नान का समापन हो गया.

Intro:कार्तिक पूर्णिमा के समापन पर चम्बल किनारे ओर देवालयों पर रात में दीपकोकी रोशनी से ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे देव दीपावली मना रहे हो।वही चंम्बल का किनारा स्वर्ण लहरें उठ रही हो।

कोटा में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भीतरिया कुंड ओर गोदावरी धाम में चंम्बल की आरती कर सेकड़ो श्रद्धालुओ ने दीपदान कर खुशहाली ओर शांति की कामना की।

Body:कोटा शहर में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर संध्या के समय जलाशयों पर आरती ओर दीपदान के लिए श्रद्धालु पहुंचे।वंही शिवपुरा भीतरिया कुंड में चंम्बल आरती ओर दीपदान हुआ जिसमें सेकड़ो लोगो ने भाग लिया।वही मंदिरों को भी दीपको की रोशनी में नहाये ऐसे प्रतीत हो रहा था कि स्वर्णिम रोशनी में खुशियां लोट रही है।वही आयोजन कर्ताओ ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर चंम्बल मैया की आरती ओर दीपदान किये जाते है।इस अवसर पर सेकड़ो की तादात में महिलाएं और पुरुष दीपदान करते हैं। इस अवसर पर श्रद्धालु देर रात तक जलाशयों पर दीपदान करते रहे।इसके अलावा गोदावरी धाम में भी चंम्बल की आरती की गई जिसमें गोदावरी धाम के संरक्षक शेलेन्द्र भार्गव ने चंम्बल मैया की आरती की।
Conclusion:कार्तिक पूर्णिमा पर्व पूरे हाड़ौती क्षेत्र में सर्षोउल्लास के कार्तिक स्नान का भी समापन हुआ।
बाईट-पंकज शुक्ला, श्रद्धालु
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