कोटा. उत्तर प्रदेश पुलिस की तर्ज पर अब कोटा सिटी पुलिस भी आरोपियों की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाएगी. इसके साथ ही उनकी अवैध आय के स्रोत को भी पुलिस बंद करेगी, ताकि वे इस अवैध आय का उपयोग अपराधों में नहीं कर सकें.
इसके लिए कोटा शहर एसपी शरद चौधरी ने पुलिसकर्मियों के साथ बैठक की. जिसमें अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए ’एक अपराधी एक पुलिसकर्मी योजना’ शुरू की है. इस नई योजना के तहत अपराधियों पर नकेल कसने की बात कही जा रही है. साथ ही इस पूरे मामले में अपराधियों की चल-अचल संपत्ति का विवरण भी पुलिस रखेगी. अवैध संपत्ति मिलने पर उन पर कार्रवाई भी की जा सकेगी. इस योजना के तहत गैंगस्टर, हिस्ट्रीशीटर, हार्डकोर बदमाश के साथ जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर के अपराधी भी टॉरगेट पर हैं.
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469 अपराधियों पर रखेंगे नजरः एसपी कोटा शहर शरद चौधरी ने बताया कि 469 अपराधी इस योजना के अधीन ट्रेस किए जाएंगे. इनमें 397 हिस्ट्रीशीटर, 51 हार्डकोर, 4 गैंगस्टर, 3 राज्यस्तर, 4 रेंज स्तर और 10 जिला स्तर के अपराधियों पर नजर रखी जाएगी. इस योजना में 202 पुलिसकर्मियों को प्रथम चरण में चयनित किया है. जिनमें एसएचओ से लेकर कांस्टेबल तक शामिल हैं. इन्हें उनके कार्य के बारे में पूरी तरह से आज समझाया गया है. इसमें आगे भी लगातार पुलिसकर्मियों को निगरानी प्रक्रिया के बारे में समझाया जाएगा.
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अपराधी की मदद करने वाले लोगों की भी बनेगी सूचीः एसपी चौधरी ने बताया कि जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर के अपराधियों की निगरानी के साथ उनकी चल-अचल संपत्ति पर भी नजर रखी जाएगी. इन आरोपियों के आय के स्रोत की भी पूरी जानकारी रखी जाएगी. साथ ही अपराधी के साथियों, परिवारजनों और उनकी सहायता करने वालों की जानकारी भी पूरी तरह से होगी. हालांकि एसपी चौधरी ने कहा कि गंभीर बीमारी से ग्रसित व पिछले कई वर्षों से अपराध कार्य नहीं कर रहे हिस्ट्रीशीटर की निगरानी बंद की जाएगी. जबकि वर्तमान में लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे अपराधियों की हिस्ट्री शीट खोली जाएगी. इसके लिए उन पर निगरानी रख उनका रिकॉर्ड भी तैयार होगा.