कोटा. राजस्थान में विधानसभा चुनाव के मैदान में पार्टी से बगावत करके चुनावी ताल ठोक रहे प्रत्याशियों के खिलाफ राजनीतिक दलों की ओर से कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में भाजपा ने लाडपुरा विधानसभा सीट से बागी बनकर निर्दलीय चुनावी ताल ठोकने वाले भवानी सिंह राजावत को प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है. कोटा शहर जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी (रामबाबू) ने बताया कि भवानी सिंह राजावत पर कार्रवाई की गई है.
उन्होंने बताया कि निर्दलीय चुनाव लड़ने के चलते उन्हें प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है. अब वे भाजपा के सदस्य नहीं हैं. उन्होंने बताया कि बागियों को कड़ा संदेश देने के लिए प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई है. आने वाले दिनों में पार्टी के खिलाफ गतिविधि करने वाले अन्य लोग भी निलंबित हो सकते हैं.
नहीं माने थे राजावतः लाडपुरा सीट से भाजपा ने कल्पना देवी को चुनाव मैदान में उतारा है. इस पर पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने बगावत करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में ताल ठोक दी. पार्टी के कई नेताओं ने उन्हें समझाने की कोशिश की थी, लेकिन वह अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर बैठ गए थे. इसके चलते अपना नामांकन वापस नहीं ले पाए और निर्दलीय चुनावी मैदान में प्रचार भी कर रहे हैं.
नंदवाना को देहात जिलाध्यक्ष बनायाः दूसरी तरफ हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने देहात जिला अध्यक्ष पद पर प्रेमचंद गोचर को नियुक्त किया था. गोचर को भाजपा ने पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में वह भी वर्तमान में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इसलिए पार्टी के नेतृत्व ने बदलाव करते हुए गोचर की जगह अब जिला अध्यक्ष योगेंद्र कुमार नंदवाना अलकू को बनाया है. अलकू नगर पालिका कैथून के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं. इसके अलावा वे संगठन में लगातार सक्रिय रहे हैं. वर्तमान में किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष भी थे. मूलतः कैथून नगर के रहने वाले अलकू भी लाडपुरा विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे थे. हालांकि, उनकी जगह कल्पना देवी को ही टिकट बीजेपी ने दिया है, जो वर्तमान में विधायक हैं.