कोटा. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के बाद अब भाजपा विधायक मदन दिलावर ने भी यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जयपुर में 50 करोड़ की जमीन को महज 6.18 करोड़ में आवंटित कर दिया गया, जहां आज जुआ, सट्टा, शराब पार्टी, डांस, यौन शोषण के साथ-साथ सभी अनैतिक काम हो रहे हैं. उन्होंने आगे जमीन आवंटन को सबसे बड़ा भ्रष्टाचार करार देते हुए कहा कि इसमें मंत्री धारीवाल के साथ ही उनकी पूरी टीम संलिप्त है. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को उन पर कार्रवाई करनी चाहिए. साथ ही इस मामले की ईडी और सीबीआई से जांच करवानी चाहिए.
आवंटित जमीन पर बना आवंटी का भव्य बंगला - दिलावर ने आरोप लगाया कि जयपुर में आरजी मेमोरियल एजुकेशन सोसाइटी को हाउसिंग बोर्ड के राज आंगन की योजना के तहत प्रताप नगर सांगानेर में 2377 वर्ग मीटर जमीन दी गई है. जिसकी कीमत करीब 50 करोड़ के आसपास है. जबकि इसके लिए महज 6.18 करोड़ रुपए ही लिए गए हैं. ये बेशकीमती जमीन इस संस्था को कौशल विकास के उद्देश्य से दी गई थी. जबकि यहां पर न तो कोई विकास का कार्य हुआ है और न ही शिक्षा की कोई व्यवस्था नजर आती है. साथ ही उन्होंने कहा कि आवंटी अश्विनी कुमार का कोटा से संबंध है और उसने जयपुर आवंटित जमीन पर भव्य बंगला बनवा लिया है.
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सौदे से पहले लिखा नॉट अलाउड और फिर... मदन दिलावर ने इस पूरे मामले पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि आवंटन के लिए पहले फाइल लगाई गई थी, लेकिन जिस संस्था के जरिए फाइल लगाई गई थी. वो नियमों में फिट नहीं हो रही थी. उसके लिए 2500 मीटर जमीन होना जरूरी था. बाद में कौशल विकास के नाम से 12 मार्च, 2020 को दोबारा फाइल लगाई गई. इस आवेदन में एक ही दिन 20 मार्च को 20 कार्मिकों और अधिकारियों ने नोट शीट पर साइन कर दिया. इसके बाद 13 मई को शेष अन्य अधिकारियों ने हस्ताक्षर कर दिए. इसके बाद ये फाइल यूडीएच मंत्री धारीवाल के पास पहुंची और वे भी नोट शीट पर नॉट अलाउड लिख दिए.
पैसा लेकर हुआ हृदय परिवर्तन - दिलावर ने कहा कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की पैसों की मांग पूरी नहीं होने के चलते पहले नॉट अलाउड लिखा गया था. इसके तुरंत बाद जब पैसे की मांग पूरी हो गई तो 12 जून, 2020 को जमीन का आवंटन कर दिया गया. पैसे की मांग पूरी होने पर एक महीने बाद 12 जून, 2020 को जमीन का आवंटन कर दिया गया. ऐसे में सबसे अहम सवाल यह है कि भला कुछ दिनों के अंतराल में ही मंत्री शांति धारीवाल का हृदय परिवर्तन कैसे हो गया?
सीएम तक पहुंचा पैसा, अब जेल जाएंगे धारीवाल - शांति धारीवाल के सामने अभी कोई बोल नहीं पा रहा है. सामने बोलने वाले व्यक्ति को डराया धमकाया जाता है या फिर आर्थिक नुकसान कर दिया जाता है. जिस दिन मंत्रीपद से हटेंगे. उसके बाद इन भ्रष्टाचारियों की जांच होगी और भ्रष्टाचारी धारीवाल जेल जाएंगे. इसके बाद जेल में से बाहर आना संभव मुझे नहीं लगता है, आजीवन इनको जेल में रहना पड़ेगा. धारीवाल के ऐसे एक नहीं सैकड़ों मामले हैं. यह मुख्यमंत्री के खासम खास माने जाते हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री तक भी यह पैसा पहुंच रहा होगा.
हज यात्रियों पर भी दर्ज हो मुकदमा - मदन दिलावर ने कोटा में हज यात्रियों की बस पर हमले के मामले को गलत बता दिया. साथ ही कहा कि ड्राइवर ने रास्ते को रोका हुआ था. इस दौरान सामने से आ रही कार को रास्ता नहीं दिया गया. इस बात को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई थी. माली समाज के अच्छे लोग थे, लेकिन बस में बैठे हुए हज यात्रियों ने हंगामा कर दिया. इस मामले में सरकार का पूरा निकम्मापन है, माली समाज के लोगों पर जानलेवा हमले का मुकदमा बना दिया गया है. जबकि बस में सवार 50 लोगों के साथ दो-तीन लोग किस तरह से मारपीट कर सकते हैं.
यह पूरी तरह से गलत और झूठा मामला है. यह माली समाज के लोगों के साथ सरकार ने अन्याय किया है. यह पूरा मामला बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. मेरी मांग है कि सरकार हज यात्रियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करें. उनको जेल में डाल दें और जो मुकदमा माली समाज के लोगों पर लगाएं है, उन्हें वापस निरस्त किया जाए या इस पर एफआर लगाई जाए.