कोटा. कोटा उतर नगर निगम बोर्ड की बैठक में बुधवार को भाजपा और निर्दलीय पार्षदों ने जमकर हंगामा मचाया. विपक्षी पार्षदों ने कहा कि कांग्रेस के पार्षद तालियां बजा रहे हैं, जबकि शहर के विभिन्न वार्डों के हालात बेहद खराब है. लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं. वार्ड़ो में सफाई नहीं हो रही है. भाजपा पार्षदों ने एक वर्ष के दौरान किसी भी तरह के विकास कार्य नहीं होने का आरोप लगाया.
नगर निगम कोटा उत्तर में बुधवार को बोर्ड की बैठक हुई. इस बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता महापौर मंजू मेहरा ने की. इसी दौरान भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने विरोध कर बैठक का बहिष्कार कर दिया. निर्दलीय के साथ भाजपा लोग मुख्य पार्षद मुख्य दरवाजे पर जाकर धरने पर बैठ गए.
इन लोगों ने नगर निगम के कांग्रेस बोर्ड पर काम नहीं करने के आरोप लगाए. पार्षदों का कहना है कि हमारे वार्ड की समस्या दूर नहीं हो रही है. हम निगम के मुख्य दरवाजे पर ही धरना प्रदर्शन करेंगे. भाजपा की वरिष्ठ पार्षद संतोष बैरवा का कहना है कि 70 की जगह केवल 29 वार्डों में ही विकास कार्य करवाए जा रहे हैं. जगह-जगह भेदभाव हो रहा है. साथ ही हम जब बोर्ड की बैठक में बोलना चाह रहे थे, हमें बोलने भी नहीं दिया गया. कांग्रेस के पार्षद लगातार टेबल बजा रहे थे और तालियां बजा रहे थे. यह उनका गलत तरीका था. इसलिए हमने बैठक का बहिष्कार किया है। शहर में सफाई कार्य में घोटाले और भ्रष्टाचार हो रहा है. निर्दलीय पार्षद राकेश पुटरा ने आरोप लगाया कि उनके वार्ड से सफाईकर्मियों को हटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विकास कहीं भी नजर नहीं आ रहा है.
हंगामा से समस्या का समाधान नहीं: महापौर
इस पूरे प्रकरण पर कोटा उत्तर के महापौर मंजू मेहरा का कहना है कि किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अधिकारी पूरी तन्मयता से काम कर रहे हैं. शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए ही कांग्रेस का बोर्ड लगातार काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमने 1 साल में वह काम कर दिया, जो बीते 5 साल में भी भाजपा का बोर्ड नहीं कर पाया था. साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर नगर निगम के 70 वार्डों में 72 करोड़ के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हंगामा करने से कोई समस्या का समाधान नहीं होगा.