कोटा. रामगंजमंडी में चोरों ने बुधवार रात को फिर से 25000 वोल्ट करंट प्रवाहित होने वाले रेलवे के बिजली के तार (ओएचई) काटने का प्रयास किया, लेकिन आरपीएफ पहुंचने पर चोर मौके से भाग खड़े हुए. रामगंजमंडी में तार काटने की 12 दिन में यह तीसरी घटना है. हालांकि इस बार चोरों ने यह दुस्साहस अंधेरा होते ही रात करीब 8 बजे ही कर दिया.
करीब 10 के आसपास चोर तार काटने के लिए पहले वाले स्थान झालरापाटन और जूना खेड़ा स्टेशनों के बीच पहुंचे थे. दूसरी तरफ स्थानीय लोगों ने मामले की जानकारी तुरंत आरपीएफ को दे दी. सूचना मिलते ही आरपीएफ ने मौके के लिए दौड़ लगा दी. बिना एक पल गंवाए जो जवान जिस स्थिति में था, उसी स्थिति में भाग खड़ा हुआ. आरपीएफ आने की भनक लगते ही चोर भी मौके से भाग खड़े हुए.
आरपीएफ की सतर्कता से एक बार फिर तार कटने से बच गए, जबकि पहली घटना के बाद रेलवे ने चोरों को पकड़ने के लिए कोटा सहित जबलपुर और भोपाल के आरपीएफ अधिकारियों और जवानों को बड़ी संख्या में यहां तैनात कर रखा है, लेकिन इसके बाद भी आरपीएफ पिछले 12 दिनों में एक भी चोर को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. उल्टा चोर आरपीएफ को बार-बार चुनौती दे रहे हैं.
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रामगंजमंडी- भोपाल नई लाइन पर स्थित झालरापाटन और जूनाखेड़ी स्टेशनों के भी बीच तार काटने की यह तीसरी घटना है. इससे पहले चोर 24 अप्रैल को इसी जगह से करीब 10 लाख रुपए मूल्य का तार काट कर ले जा चुके हैं. इसके बाद चोरों ने 28 अप्रैल को फिर से तार काटने की कोशिश की थी. चोरों ने एक तरफ से तार काट भी दे दिए थे, लेकिन सूचना पर पहुंची आरपीएफ को देखकर चोर बिना तार लिए भाग गए थे.
अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन संचालन के लिए लगे बिजली के यह तार तांबे के हैं. इनकी कीमत अधिक होने के कारण चोर उन्हें बार-बार काटने का प्रयास कर रहे हैं. इन तारों में 25000 वोल्ट का करंट रहता है. इसके बाद भी चोर तारों को काटने से नहीं चूक रहे हैं.