कोटा. जेल के आर्केस्ट्रा बैंड आशाएं ने कोटा की ग्रामीण पुलिस लाइन में प्रस्तुति दी. जिसमें कोई ड्रम बजा रहा था, तो कोई माइक में गीत गुनगुना रहा था. इसके अलावा कोई ढोलक पर अपने थाप दे रहा था, तो कोई गिटार पर तरंगे निकाल रहा था. इन लोगों के सामने बैठे हुए श्रोता भी मंत्रमुग्ध हो रहे थे.
इस कार्यक्रम में ग्रामीण एसपी शरद चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण पारस जैन और रिजर्व पुलिस लाइन के संचित निरीक्षक राजेश सोनी सहित कई अधिकारी शामिल रहे. जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल भी इस दौरान मौजूद रही.
कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने बताया कि हर सोमवार को उनके अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ पुलिस लाइन में इनफॉर्मल मुलाकात करते हैं. इसी दौरान कोटा जेल आर्केस्ट्रा बैंड की प्रस्तुति करवाई है. साथ ही एसपी चौधरी ने कहा कि वह अब जहां भी कार्यक्रमों में शामिल होंगे. इस बैंड का प्रचार-प्रसार भी करेंगे. साथ ही लोगों से आग्रह करेंगे कि इस तरह का जो बैंड कोटा जेल में बंदियों ने तैयार किया है. उसको वे कार्यक्रमों में जगह दे और इन लोगों ने जो सुधार के लिए प्रयास किए हैं, जो प्रायश्चित कर रहे हैं. उसमें मदद की जा सके.
यह भी पढ़ें. कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन पर जिला प्रशासन की कार्रवाई, बेस्ट प्राइज मार्ट सीज
कोटा जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल का कहना है कि जिन लोगों ने कभी इन बंदियों को गिरफ्तार किया था उनके मुकदमे में कार्रवाई उन पर की थी और उस कार्रवाई के चलते ही यह लोग जेल में सजा काट रहे हैं लेकिन आज उन्हीं लोगों का मनोरंजन करने के लिए यह मौजूद हैं. यह पॉजिटिव संदेश है कि यह लोग अब संगीत के जरिए अपने आप को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं.
आर्केस्ट्रा बैंड के मास्टर मोहम्मद अकरम का कहना है कि उनके साथ अभी आर्केस्ट्रा में करीब 7 लोग हैं. जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल नहीं होती तो यह बैंड नहीं बनता. उन्होंने हमें सुधार का मौका दिया है और हम इस पर आगे कदम रख रहे हैं. हमने अभी तक 12 लोगों को इस टीम में जोड़ा है, लेकिन कुछ लोग जेल से रिहा हो गए हैं ऐसे में अभी 7 लोग हैं, नए लोग भी हम जोड़ने की कोशिश में हैं. इस बैंड में उनके साथ मोहम्मद जहीर, बबलू, अजय राय, भूरालाल, चंद्रकांत पाठक और संजय इस बैंड में शामिल थे.