अजमेर. जिले में करवा चौथ का पर्व महिलाओं के लिए विशेष रहा. महिलाओं ने धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अपने पति की लंबी उम्र के लिए दिन भर भूखे प्यासे रहकर व्रत किया. रात को विधिवत करवा चौथ की पूजन के बाद चांद देखकर अपने पति के हाथों से व्रत खोला. करवा चौथ का दिन भर व्रत रखने के बाद रात को सोलह श्रृंगार करके महिलाओं ने करवा चौथ का विधिवत पूजन किया और परिवार की वरिष्ठ महिलाओं से करवा चौथ की कथा सुनी.
इसके बाद चांद को अर्क देकर महिलाओं ने अपने पति के हाथों से व्रत खोला. करवा चौथ का पर्व नवविवाहित युवतियों के लिए भी पहला अनुभव रहा. गुलाब बाड़ी निवासी नेहा दाधीच ने अपने पति के लिए व्रत रखकर खुशी जाहिर की. नेहा ने बताया कि उनके जीवन में यह पहला अनुभव है कि उन्होंने पति की लंबी आयु की कामना करते हुए व्रत किया है.
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करवा चौथ का पर्व महिलाओं के लिए विशेष दिन माना जाता है. हर विवाहित महिला चाहती है कि उसका पति करवा चौथ के पर्व पर उसके साथ हो. अजमेर की सुलक्षणा के पति परदेस में नौकरी करते हैं. बावजूद इसके सुलक्षणा ने अपनी परंपराओं को नहीं भूली है. परदेस में रह रहे पति की लंबी उम्र की कामना के लिए सुलक्षणा ने भी व्रत किया. सुलक्षणा ने वीडियो कॉलिंग के जरिए अपने पति को देखा. सुलक्षणा बताती है कि करवा चौथ पर दोनों एक दूसरे को काफी मिस कर रहे हैं.
करवा चौथ के लिए परंपरा अनुसार महिलाओं ने हाथों में मेहंदी लगाई और सोलह श्रृंगार भी किया. अजमेर की पूजा दाधीच बताती है कि परिवार की सभी महिलाओं के बीच करवा चौथ का पर्व मनाया है. इसके लिए पहले से काफी तैयारियां की थी. खासकर मेहंदी लगाने और श्रृंगार कर पूजन करने का काफी महत्व है. पूजा के बाद सबसी अच्छी बात यह रही कि चन्द्र देवता के दर्शन जल्दी हो गए.
श्रीगंगानगरः करवा चौथ पर महिलाओं ने की बीएसएफ जवानों की लंबी उम्र की कामना
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे जिले की महिलाओं ने करवा चौथ पर बीएसएफ के उन बहादुरों को सल्यूट करते हुए उनकी लम्बी उम्र के लिए दुआएं मांगी है. करवाचौथ का व्रत रखकर अपने पतियों की लंबी उम्र की कामना करने वाली इन महिलाओं ने कहा कि सीमा पर तैनात हमारे बहादुर जवानों की वजह से ही हम सुरक्षित रहकर खुशिया मना रहे हैं.
वहीॆ, इन महिलाओं का कहना है कि बॉर्डर के इन बहादुर जवानों की उन पत्नियों को भी सल्यूट है जो अपने पतियों को देश की रक्षा करने के लिए सीमा पर भेजकर खुद उन से दूर रहकर करवाचौथ मना रही है. असल मायने में उनकी करवाचौथ कुछ खास महत्व रखती है. बॉर्डर से लगते इस जिले की इन महिलाओं ने उन बहनों को भी सल्यूट दिया जो सीमा पर तैनात अपने बहादुर पतियों से दूर रहकर भी अकेली करवाचौथ मना रही है.