चित्तौड़गढ़. बेगूं थाना क्षेत्र के गांव सेमलिया से अपहृत चाय की दुकान चलाने वाले रमेश चंद्र मेवाड उर्फ रामेश्वर की दूसरे दिन मौत हो गई. जिसके बाद समाज के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है. परिजन और समाज के लोगों ने इसको लेकर प्रदर्शन किया.
मारपीट में घायल रमेश चंद्र मेवाड़ की इलाज के दौरान कोटा के निजी अस्पताल में मौत हो गई. उसके पुत्र मनोज कुमार मेवाड़ा ने बेगूं पुलिस थाने में आबकारी पीओ धरम मीणा, शराब ठेकेदार के सहयोगी अनिल चौधरी और रायसिंह के खिलाफ अपहरण कर मारपीट करने और हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है. मृतक के पुत्र ने आरोप लगाया कि मेरे पिता को आरोपी 22 जुलाई को दुकान से अपहरण कर ले गए थे. आरोपियों ने मेरे पिता रमेश चंद्र मेवाड़ा के साथ सांगवा गिरडिया के जंगलों में ले जाकर मारपीट की. जिससे उनकी मौत हो गई.
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पुलिस ने अपहरण, मारपीट और हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. इधर, मेवाड़ा समाज के लोगों ने न्याय की मांग करते हुए थाने के सामने आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया.