कोटा. देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2023 का समापन रविवार को हो गया. करीब 3 घंटे 20 मिनट परीक्षा देने के बाद बाहर आए विद्यार्थियों ने कहा कि पेपर बीते साल से आसान था. क्योंकि इस परीक्षा में करीब 30 फीसदी विद्यार्थी वे भी होते हैं, जो कि बीते साल भी परीक्षा दे चुके होते हैं. इन विद्यार्थियों का कहना है कि पेपर एनसीईआरटी बेस्ड था. साथ ही कोचिंग के टेस्ट से उन्हें आसान लगा है. विद्यार्थियों के फीडबैक के अनुसार यह माना जा सकता है कि इस बार परीक्षा के परिणाम में क्वालीफाइंग कटऑफ बढ़ सकती है. बीते साल क्वालीफाइंग कटऑफ में गिरावट दर्ज की गई थी.
बीते साल बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने एक सेंटर पर शिकायत की थी कि उनको व्हाइटनर लगी ओएमआर शीट दी गई थी. साथ ही कुछ प्रश्न उसमें पहले से हल किए हुए थे, लेकिन इस बार कोटा के किसी भी सेंटर से इस तरह के गड़बड़झाले की शिकायत नहीं आई है. दूसरी तरफ प्रश्नपत्र के बारे में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी सुहानी का कहना है कि उन्होंने एग्जाम के पहले बीते साल के प्रश्न पत्रों को भी पढ़ा था, ऐसे में उनके अनुसार इस बार "स्टेटमेंट" वाले प्रश्न ज्यादा पूछे गए हैं. इसमें स्टेटमेंट दिया गया था और उसके बारे में प्रश्न में विद्यार्थी से जानकारी मांगी गई थी. साथ ही सुहानी का यह भी कहना है कि कॉलम मैचिंग के प्रश्नों की संख्या भी बढ़ गई, सभी प्रश्न सीधे पूछे गए हैं, उन्हें घुमाकर नहीं पूछा गया है.
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केमिस्ट्री में पूछे गए थियोरेटिकल प्रश्नः बिहार के सिवान निवासी साक्षी का कहना है कि पूरे पेपर का लेवल आसान था. उन्हें फिजिक्स काफी आसान लगी, जबकि बॉटनी भी उन्हें आसान लगी थी, लेकिन केमिस्ट्री में थियोरेटिकल क्वेश्चन ज्यादा पूछे गए थे. इसलिए वह थोड़ी कठिन लगी है. झारखंड के देवघर निवासी पल्लवी का कहना है कि पूरा पेपर एनसीईआरटी बेस्ड था. बीते साल से बायोलॉजी के साथ सब कुछ आसान ही लगा है.