कोटा. शहर की कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने एक मिट्टी माफिया को बुधवार को गिरफ्तार किया है. जिसने चंबल नदी के किनारों से करोड़ों रुपए की मिट्टी का अवैध खनन करते हुए उसे बेच दिया है. आरोपी के खिलाफ मार्च 2019 में यूआईटी ने मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसके बाद से आरोपी फरार चल रहा था.
आरोपी कोटा के बालिता रोड मरडिया बस्ती निवासी बलविंदर उर्फ बिल्लू सरदार को कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर कोटा लेकर आई है. साथ ही उसे बुधवार को न्यायालय में भी पेश किया. जहां से बिल्लू सरदार को 5 दिन की पीसी रिमांड पर न्यायालय ने पुलिस को सौंप दिया है.
पुलिस ने आरोपी के पास से एक जेसीबी, एक ट्रैक्टर-ट्रॉली और दो डंपर भी जप्त किए हैं. मामले के अनुसार नगर विकास न्यास के तहसीलदार रामकल्याण यादवेंद्र ने कुन्हाड़ी थाने में 5 मार्च 2019 को एक शिकायत दी थी कि वह तहसीलदार बद्री लाल मीणा के साथ बालिता रोड चंबल नदी के किनारे मरडिया बस्ती की तरफ अवैध खनन की सूचना पर गए थे. जहां पर बिल्लू सरदार यूआईटी के जमीन पर जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी का खनन कर रहा था.
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जिस पर कार्रवाई करने का प्रयास किया. लेकिन बिल्लू सरदार नामक व्यक्ति अपने साथियों के साथ अवैध खनन में काम में ली जाने वाली जेसीबी और डंपर लेकर फरार हो गया. इस मामले में थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था.
वहीं, पुलिस जांच में सामने आया कि बलविंदर उर्फ बल्लू सरदार अपने साथियों के साथ गिरोह बनाकर यूआईटी की सैकड़ों बीघा जमीन को अवैध रूप से मिट्टी खनन कर रहा था. उसने करीब 67 बीघा जमीन पर से मिट्टी खोद निकाली है. ऐसे में उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोटा, बूंदी, बारां, पंजाब और अहमदाबाद में कई जगह दबिश दी, लेकिन बिल्लू सरदार नहीं मिला.
मुखबिर से उसके श्रीगंगानगर में होने की सूचना कोटा शहर पुलिस को मिली थी, ऐसे में पुलिस ने दबिश देते हुए श्रीगंगानगर से बिल्लू सरदार को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, मिट्टी खोदने के इस अवैध धंधे का सरगना खुद बिल्लू सरदार ही है. लेकिन उसके साथ कौन-कौन लोग थे इस बारे में पुलिस पड़ताल कर रही है. ऐसे में उसे न्यायालय में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है.