कोटा: गढ़ पैलेस के राव माधो सिंह म्यूजियम में हुई चोरी की एफआईआर के अनुसार 1 घंटे में 34 चांदी के एंटीक आइटम की चोरी की गई है. यह सभी दुर्लभ व अमूल्य आइटम थे. साथ ही करीब 200 साल पुराने आइटम बताए जा रहे हैं. इस पूरे मामले में राव माधो सिंह म्यूजियम ट्रस्ट कुछ नहीं बोल रहा है.
म्यूजियम ट्रस्ट से जुड़े लोगों को पूर्व राजपरिवार ने कोई भी जानकारी मीडिया से साझा करने से इनकार कर दिया है. पुलिस भी इस संबंध में जानकारी देने से कतरा रही है. हालांकि इस पूरे मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार 1 घंटे में 34 चांदी के एंटीक आइटम की चोरी की गई है.
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात: राव माधो सिंह म्यूजियम पूरी तरह से सीसीटीवी सर्विलांस पर है. इसमें चोरी करते हुए 2 चोर भी कैद हुए हैं. म्यूजियम के क्यूरेटर पंडित आशुतोष दाधीच ने एफआईआर दर्ज कराई है. उन्होंने बताया है कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि 26 फरवरी की देर रात 12:25 पर दो चोर दीवार कूदकर म्यूजियम में प्रवेश कर रहे हैं. इसके बाद एक चोर अंदर चोरी कर रहा था जबकि दूसरा पहरेदारी में जुटा दिखा. कुछ ही देर में चोर शोकेस में रखे चांदी के एंटीक आइटम्स को बैग में भरकर फरार हो गए. इनके जाने का समय 1:26 का सीसीटीवी में कैद हुआ है. ऐसे में दो चोरों ने 1 घंटे में ही इस पूरी चोरी को अंजाम दिया. इस दौरान दो सिक्योरिटी गार्ड भी ड्यूटी पर थे, हालांकि उनके सो जाने की बात सामने आ रही है.
दुर्लभ अमूल्य 34 आइटम हुए चोरी: म्यूजियम में करीब 400 से 500 साल पुराने भी यूनिक एंटीक आइटम रखे हुए हैं. जिन सामानों की चोरी हुई है, वे 200 से साल पुराने बताए जा रहे हैं. जिसमें शोकेस नम्बर 6 में प्रदर्शित चांदी का 1 अलमारी, 4 गाय बछड़े सहित, 1 हंस, 1 रामझारा, 3 हाथी लड़ते हुए प्लेट पर, 1 मोर, 2 सांप, 3 बारहसिंघा, 1 श्वान, 1 गडुआ, 1 घुघरा, 1 केटली ढक्कन, 4 मछली व 2 घोड़े प्लेट पर शामिल है. इसी तरह से शोकेस नंबर 18 में रखी चांदी की गोल्ड प्लेटेड पालकियों के पांच कलात्मक मुख की चोरी हुई है. इनका आकार डेढ़ से दो फीट लंबा व चार से पांच इंच चौड़ा है. इनमें 2 कमलमुखी, 2 सिंह मुखी व एक गजमुखी है।
Loot In Kishangarh: बंदूक की नोक पर घर में घुसकर लाखों की लूट से मचा हड़कंप
संभावना है कि चोरों ने पहले की है रेकी : इस पूरे मामले में संभावना जताई जा रही है कि जिस तरह से चोरों ने सीधे आकर ही चांदी के एंटीक आइटम्स पर हाथ मारा है. उसके अनुसार यह पहले पूरी तरह से रैकी करके गए हैं. इन्होंने म्यूजियम के दूसरे हिस्सों के ताले नहीं तोड़े केवल जिस हिस्से में चांदी के एंटीक आइटम रखे हुए थे, वहीं जाकर चोरी की है. उन्हीं में से सामान निकाला है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि चोर पहले टिकट लेकर म्यूजियम को पूरी तरह से देख कर गए रेकी की और उसके बाद ही उन्होंने आने-जाने के रास्ते और कहां पर उन्हें कीमती आइटम मिल सकते हैं, यह देख लिया था.