कोटा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय में लगे कार्मिकों को मंगलवार को ऑफिस में लेटलतीफी से आना भारी पड़ गया. ऐसे दो दर्जन से ज्यादा कार्मिकों को संयुक्त निदेशक के निर्देश पर कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं.
साथ ही हिदायत दी गई है कि आगे से अगर देरी से आए तो उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी. इन कार्मिकों में 5 संविदा कर्मी और 22 स्थाई कार्मिक शामिल हैं, जो देरी से कार्यालय में पहुंचे थे.
जानकारी के अनुसार जयपुर निदेशालय से संयुक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. सुनील सिंह पिछले 2 दिनों से कोटा जिले के दौरे पर आए हुए हैं. वे यहां पर ग्रामीण स्वास्थ्य की कमियों को दूर करने के साथ स्वाइन फ्लू रोकथाम के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं. साथ ही प्लानिंग भी बना रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कई दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं.
संयुक्त निदेशक डॉ. सिंह ने आज भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में मीटिंग आयोजित की थी. डॉ. सिंह और सीएमएचओ डॉ बीएस तंवर तो तय समय से मीटिंग के लिए सीएमएचओ ऑफिस पहुंच गए. लेकिन वे देखकर दंग रह गए कि अधिकांश कार्मिक नदारद थे. ऐसे में उन्होंने रजिस्टर अपने पास मंगवाया, जिसमें सामने आया कि 22 परमानेंट और 5 संविदा कार्मिक कार्यालय ही नहीं पहुंचे थे.
निदेशक डॉ. सिंह ने इस पर कड़ा एतराज जताते हुए सीएमएचओ डॉ. बीएस तंवर को सभी कार्मिकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए. इस पर कार्रवाई करते हुए सीएमएचओ डॉ. बीएस तंवर ने सभी कार्मिकों को नोटिस जारी कर दिए हैं. साथ ही सभी को हिदायत भी दी है कि आगे से में देरी से कार्यालय पहुंचते हैं तो विभागीय कार्रवाई भी शुरू की जाएगी.