करौली. जिले के रोडकला गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को प्रधानमंत्री आवास योजना की लिस्ट में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. जिला कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन कर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री आवास योजना की लिस्ट की उच्च अधिकारियों से जांच कराने की मांग की है. साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
ग्रामीणों के मुताबिक करौली तहसील के रोडकला गांव में हाल ही में जारी की गई प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में सभी नाम उन लोगों के हैं, जो गरीबों की श्रेणी में नहीं आते हैं. इन सभी लोगों के पास पक्के मकान और हवेलियां हैं. वहीं, गरीब लोगों के नाम आवास योजना की सूची में दर्ज नहीं किए गए हैं. साथ ही विधवाओं और कमजोर वर्ग के किसी व्यक्ति का नाम भी प्रधानमंत्री आवास योजना में दर्ज नहीं किया गया है.
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ग्रामीणों ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना की लिस्ट जब इंटरनेट के जरिए निकलवाई गई, तब इस फर्जीवाड़े की जानकारी हुई. ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कई लोगों द्वारा सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है. वहीं, गरीब, असहाय, भूमिहीन और आवासहीन लोगों को कोई लाभ नहीं दिया जा रहा है.
ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सूची की उच्च अधिकारियों से जांच कराने और जांच पूरी होने तक सूची को तत्काल रोकने की मांग की है. साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जिला प्रशासन ने मांग पूरी नहीं की तो ग्रामीण धरना-प्रदर्शन कर आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे.