करौली. देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. वहीं प्रदेश का करौली जिला भी कोरोना संक्रमण से अछुता नहीं है. जिले में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या में दिनोदिन इजाफा हो रहा है. जिले में अबतक 105 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के चलते चार जनों की मौत भी हो चुकी है. ऐसे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर दिनेश चन्द्र मीना ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
सीएमएचओ डॉ. दिनेश चंद्र मीणा ने बताया कि कोरोना काल में प्रत्येक उपखंड मुख्यालय पर ब्लॉक सीएमएचओ के नेतृत्व में आरआर की टीमों का गठन किया गया है. वो टीमें तुरंत कार्रवाई करने के लिए बनाई गई हैं. जैसे ही चिकित्सा विभाग को कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने की कोई सूचना मिलती है, उस पॉजिटिव केस को लेकर टीमें कोविड उपचार केंद्र में पहुंचाती हैं. ताकि संक्रमण ज्यादा नहीं फैले. साथ ही कोरोना संक्रमित मरीज की कांटेक्ट हिस्ट्री को खंगाला जाता है. उसके बाद लोगों की लिस्ट बनाई जाती है. फिर सभी की सैंपलिंग की कार्रवाई की जाती है.
सीएमएचओ ने बताया कि इसके साथ-साथ रैंडम सैंपलिंग भी करवाई जा रही है. रैंडम सैंपलिंग में बाहर से आए हुए प्रवासी, सुपर स्प्रीडर, सब्जी विक्रेता, दूध सप्लाई करने वाले शामिल हैं. सीएमएचओ ने कहा कि इसके अलावा आमजन से अपील की जा रही है कि, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. माक्स का उपयोग करें. सार्वजनिक स्थान पर कम से कम जाएं. सरकारी की एडवाइजरी का पालन करें. बता दें कि चिकित्सा विभाग की टीम, एएनएम, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर सर्वे के दौरान सभी को अवगत करवा रहे हैं.
जिले में अब मिले 105 कोरोना संक्रमित, चार की हुई मौत
सीएमएचओ ने बताया कि अभी तक जिले में सात हजार दो लोगों की सैंपलिंग की गई है. उन्होंने बताया कि सैंपलिंग में से 84 लोग कोरोना वायरस पॉजिटिव निकले हैं. कुल मिलाकर अभी तक जिले में 105 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. सीएमएचओ ने बताया कि इनमें से 76 मरीज रिकिवर होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं. वहीं चार जन की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है.
संक्रमण फैलने का बढ़ा खतरा, तो नहीं बनने दी संक्रमण की चैन
सीएमएचओ ने कहा कि चिकित्सा विभाग द्वारा नियमित रूप से सर्वे कराया जा रहा है. सर्वे के लगभग तीन चरण पूरे हो चुके हैं. सीएमएचओ ने कहा कि जैसे ही संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ा तो विभाग की टीमों ने संक्रमण की चैन नहीं बनने दी. चैन को विभाग की टीमों ने रोका है.
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माला पहनाकर और पुष्प वर्षा कर दी जाती है विदाई
सीएमएचओ ने बताया कि जिले में हिंडौन, टोडाभीम, करौली में तीन कोविड उपचार सेंटर बनाए गए है. कोविड उपचार केंद्र में प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों के अधीन में चिकित्सा अधिकारी और पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगा रखी है, जो नियमित रूप से समय के अनुसार ड्यूटी करते हुए कोरोना संक्रमित की निगरानी रखते हैं. उनके लिए सुबह शाम खाने के साथ दोनों समय चाय की व्यवस्था की गई है. कोरोना संक्रमितों के लिए गर्मी से बचने के लिए कूलर की व्यवस्था भी की गई है. सीएमएचओ ने कहा कि जैसे ही कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ होता है तो उनको माला पहनाकर, पुष्प गुच्छ भेट करके विदाई दी जाती है.
मरीजों के लिए शुरु की मोबाइल ओपीडी वैन सेवा
सीएमएचओ ने बताया कि कोरोना संक्रमण में अस्पतालों में मरीजों की भीड़ ना लगे या जो व्यक्ति आसानी से अस्पताल में नहीं जा सकता, उनके लिए सरकार की तरफ से आठ जिलों में मोबाइल ओपीडी वैन सेवा शुरू की गई है. सीएमएचओ ने कहा कि दूरदराज के इलाकों में मोबाइल ओपीडी वैन संचालित की जा रही है. सीएमएचओ ने कहा कि इसके अलावा चिकित्सा विभाग की ओर से मोबाइल के माध्यम से ताना-बाना म्यूजिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि निश्चित नंबर डायल करने पर म्यूजिक द्वारा कोरोना महामारी के बारे में आमजन को जागरूक किया जा रहा है.
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कोरोना वायरस से कोरोना वारियर्स भी नहीं रहे अछूते
सीएमएचओ ने बताया कि इस कोरोना महामारी से कोरोना वारियर्स भी वंचित नहीं रह सके हैं. कोरोना से जिले में एक चिकित्सक भी कोरोना संक्रमित हुआ है. सीएमएचओ ने कहा कि कोरोना कोविड सेंटर में कार्यरत लगभग 40-50 स्टाफ की सैंपलिंग करवाई गई है.
आमजन से अपील
सीएमएचओ ने कहा कि आमजन से अपील है कि कोरोना से डरे नहीं ,सतर्क रहें. सतर्क रहने के लिए सभी सोशल डिटेंस का पालन करें. मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें. क्योंकि कोरोना का एक मात्र इलाद बचाव ही है.