करौली. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रशांत अग्रवाल ने बुधवार को राजकीय संप्रेषण एवं किशोर गृह का औचक निरीक्षण किया. सचिव ने किशोर गृह की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लेकर स्टाफ को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार बुधवार को जिला राजकीय सम्प्रेषण एवं किशोर गृह का निरीक्षण किया गया.
निरीक्षण के बिन्दुओं के अन्तर्गत सम्प्रेषण गृह की क्षमता, निरीक्षण के वक्त सम्प्रेषण गृह में निरुद्ध बाल अपचारियों की संख्या, कोरोना पॉजिटिव बाल अपचारियों की संख्या, पॉजिटिव बाल अपचारियों के लिए उपलब्ध मेडिकल सुविधाओं का विवरण, सम्प्रेषण गृह में आवश्यक मेडिकल सुविधा का विवरण एवं सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों को निरीक्षण में शामिल किया गया. सचिव ने बताया कि निरीक्षण के दौरान राजकीय सम्प्रेषण गृह में 3 बाल अपचारी है, जिनमें से 1 नवीन प्रवेशित बाल अपचारी को क्वॉरेंटाइन सेन्टर पर क्वॉरेंटाइन किया गया है. साथ ही 1 बाल अपचारी कोरोना पॉजिटिव है, जिसे पृथक से आइसोलेशन में रखा गया है.
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इसके अलावा किशोर गृह में एक अनाथ बालक एवं दत्तक गृहण एजेन्सी में 2 बालक निवासरत है. निरीक्षण के दौरान सचिव ने राजकीय सम्प्रेषण एवं किशोर गृह में स्वास्थ्य संरक्षण, कल्याण बाबत एवं कोविड प्रोटोकॉल तथा सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोविड-19 से बचाव के लिए जारी दिशा निर्देशों की कठोरता से पालना सुनिश्चित की जा रही है अथवा नहीं का जायजा लिया गया. सचिव ने दत्तक ग्रहण एजेन्सी में निवासरत दो छोटे बच्चों से सौहार्दपूर्ण वार्ता कर उनकी समस्याओं और सुविधाओं के बारे में जाना गया तथा उन्हें प्रोत्साहन किया गया. उन्होंने बच्चों को गृह में किसी प्रकार की कोई कमी महसूस नहीं, हो इसके लिए उपस्थित स्टाफ को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये.