करौली. राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल सोमवार को एक दिवसीय करौली दौरे पर रही. उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट में अधिकारियों की बैठक लेते हुए बाल संरक्षण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए.
इस दौरान संगीता बेनीवाल ने राज्य सरकार की ओर से बाल अधिकार एवं बालकों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ धरातल स्तर पर सभी लोगों को दिलाने के निर्देश दिए. जिससे बालको का बेहतर विकास और संरक्षण हो सके.
उन्होंने कहा कि बैठक में काल्पनिक बातें न करके सही बात करें, बाल श्रम पर काम हुआ ही नही है इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है. साथ ही कोरोना के बाद विद्यालय मे बच्चों की उपस्थिती सुनिश्चित करने एवं नामाकंन बढ़ाने के साथ साथ कुपोषित बच्चो पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए.
बैठक में जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बाल संरक्षण ईकाई करौली एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों की ओर से पोषाहार उपलब्ध कराने एवं बालकों के अधिकार एवं किशोर न्याय बोर्ड की गतिविधियों को और बेहतर बनाने का आश्वासन दिया. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक कुलदीप सिंह ने बालकों की योजनाओ पर विस्तार से जानकारी दी.
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बैठक मे बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शिव भगवान ने बताया कि निजी स्कूलों के संचालकों की ओर से बच्चों को टीसी नहीं दिए जाने पर सख्त कार्रवाई करें. जिले में चल रहे स्कूलों का समय-समय पर निरीक्षण करने एवं कोरोना गाइड लाइन कि पालना करवाने के निर्देश दिए. जिससे संभावित तीसरी लहर से बच्चों व अभिभावकों को बचाया जा सके.
बाल संप्रेषण ग्रह का किया निरीक्षण
संगीता बेनीवाल ने जिला बाल संरक्षण ईकाई का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान टूटी खिड़की और सफाई व्यवस्था को देखकर उन्होंने शीघ्र व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए. उन्होंने बालकों को दी जा रही सुविधाओं के बारे मे जानकारी ली. उन्होंने जिले में स्थित ज्योतिराव फूले विद्यालय का निरीक्षण भी किया. बच्चों से बात कर छात्र-छात्राओ से चल रही पढ़ाई व अधिकारों के बारे में जानकारी प्राप्त किया.
संभाग स्तरीय सम्मान समारोह में लिया भाग
संगीता बेनीवाल ने करौली में सोशल वेलफेयर सोसाइटी एवं बाल कल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में बाबूभाई पैराडाइज मैरिज होम में आयोजित सम्मान समारोह में भाग लिया.