करौली. भाजपा की छह सदस्यीय टीम मंगलवार को करौली पहुंची (BJP Leaders Visited Karauli Violence Points) और हिंसा पीड़ितों का हाल जाना. टीम ने घटनास्थल का जायजा लेकर जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत और एसपी शैलेंद्र सिंह से घटना को लेकर समीक्षा की. इसके बाद प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ सर्किट हाउस पहुंचे और मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के निर्देश पर तीन सांसद, दो विधायक और एक पूर्व विधायक ने करौली पहुंच कर घटना की समीक्षा की है.
राठौड़ ने घटना को निंदनीय बताते हुए लोमहर्षक बताया है. राठौड़ ने कहा कि 7 दिन पहले प्रशासन से अनुमति लेने और रोडमैप तैयार होने के बावजूद भी हिंदू नव वर्ष पर रैली पर पथराव क्यों हुआ, इसकी जांच होनी चाहिए. राठौड़ ने कहा कि भाजपा तुष्टीकरण की राजनीति पर विश्वास नहीं करती है. कलेक्टर से मिलकर दो वीडियो ऐसे पेश किए गए हैं, जिसमें लोग पथराव कर रहे हैं, फिर भी उनको गिरफ्तार नहीं किया गया है. मीडिया पर पाबंदी लगाने पर राठौड़ ने कहा कि कहीं पर भी मीडिया को रोका नहीं जा सकता. इस मामले को लेकर जयपुर में डीजीपी से वार्ता की जाएगी और मीडिया को रोकना दुर्भाग्यपूर्ण है. इस दौरान करौली-धौलपुर सासंद मनोज राजोरिया, सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर जौनापुरिया, भरतपुर सांसद रंजीता कोली, पूर्व विधायक राजकुमारी जाटव, भाजपा जिलाध्यक्ष बृजलाल डिकोलिया, महामंत्री धीरेंद्र बैंसला सहित कई नेता मौजूद रहे.
चौथे दिन भी पसरा रहा सन्नाटा, नेटबंदी से आमजन बेहाल : करौली मे हिंदू नव वर्ष के उपलक्ष में निकाली जा रही बाइक रैली के दौरान हुए पथराव, चाकूबाजी और आगजनी के बाद (Rajasthan Karauli Communal Violence) जिला प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए तुरंत कर्फ्यू लागू कर दिया. जिसके बाद कर्फ्यू के चौथे दिन शहर की आबाद रहने वाली सड़कें वीरान नजर आईं. जगह-जगह पुलिस का जाप्ता तैनात नजर आया. पुलिस की गाडियां सडकों पर गश्त करती हुई नजर आईं.
वहीं, सडकों पर कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई. इधर जिला प्रशासन की तरफ से सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक दूध और दैनिक चीजों की सप्लाई की गई, लेकिन कई जगहों पर प्रशासन की गाड़ी नहीं पहुंचने की वजह से लोगों को दैनिक चीजें नहीं मिलने से भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. करौली जिले में अफवाहों की वजह से जिला प्रशासन ने नेटबंदी कर रखी है, जिस वजह से आमजन बेहाल नजर आए. उधर जिला कलेक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत ने कलेक्ट्रेट सभागार में शहर के प्रबुद्ध जनों की बैठक लेकर शांति बनाए रखने की अपील की. करौली में 2 अप्रैल को मचे बवाल के बाद सरकार की तरफ से 50 पुलिस के अधिकारी सहित 1000 पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है, जिससे शहर में शांति बनाई जा सके.
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