करौली. बजरी से भरे ट्रैक्टर के चालक की मौत के 3 दिन बाद भी मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को दिन में पूर्व कैबिनेट मंत्री और क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा ने ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीणों और पूर्व कैबिनेट मंत्री के बीच में किसी प्रकार की सहमति नहीं बन पाई. वहीं, शाम को राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा दिल्ली से आकर मौके पर पहुंचे.
सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र विजय बैंसला से मामले की जानकारी लेने के बाद ग्रामीणों को संबोधित किया. डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने ग्रामीणों को आश्वास देकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए बात कही.
इस दौरान ग्रामीणों की प्रमुख मांगों को मानने के लिए प्रशासन को 45 मिनट का समय दिया गया, लेकिन 45 मिनट का समय गुजर जाने के बाद भी जब प्रशासन ने सकारात्मक वार्ता नहीं की और मांगों को नहीं माना तो सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा सभी के साथ शव लेकर करौली कलेक्ट्रेट पहुंच गए. यहां पर जिला कलेक्टर और एसपी की ओर से वार्ता का न्यौता देने का बाद करीब 40 मिनट तक वार्ता चली, लेकिन कुछ मांगों पर तो सहमति बन गई. इसके बाद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा वापस धरने पर बैठ गए. इस दौरान डॉ किरोड़ी लाल मीणा के साथ गुर्जर नेता विजय बैंसला सहित अन्य लोग मौजूद रहे.
खाट बिछाकर धरना स्थल पर बैठे डॉ. किरोड़ी लाल मीणा
कलेक्ट्रेट के सामने बीच सड़क पर ही ग्रामीण और परिजन शव को लेकर धरने पर बैठ गए हैं. वहीं सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा पास में ही खाट पर बैठकर धरने में बैठे हुए हैं. डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी, तब तक धरना जारी रहेगा.
ये है मांगें
राजसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि ग्रामीण और परिजनों से वार्ता करने के बाद 50 लाख रुपये मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने, मृतका की पत्नी को सरकारी नौकरी देने, दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 302 में मुकदमा दर्ज करने और बच्चों की पढ़ाई का सरकार द्वारा जिम्मा उठाने की मांग की गई है. इनमें से कुछ मांगों पर तो सहमति बन गई है, लेकिन कुछ मांगों पर सहमति नहीं बन पाई. इसके लिए शुक्रवार 11 बजे फिर से कलेक्टर और एसपी से वार्ता होगी
मौके पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात
ग्रामीणों के कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ जाने के बाद कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है. वहीं पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद, कोतवाली थाना अधिकारी रामेश्वर दयाल, यातायात प्रभारी टीनू सोनवाल सहित पुलिस के अधिकारी मौके पर निगरानी बनाए हुए हैं.
ये बताई जा रही ट्रैक्टर चालक की मौत की वजह
चश्मदीदों के अनुसार ट्रैक्टर चालक विजय सिंह गुर्जर बजरी भरकर आ रहा था, तभी मंडरायल पुलिस ने खान की चौकी से पीछा करते हुए पत्थर मारा और ट्रैक्टर रोकने का प्रयास किया. जैसे ही ट्रैक्टर की गति धीरे हुई तो पुलिसकर्मी पीछे से सेक्टर में चढ़ गए और लाठियों से मारपीट करते हुए विजय सिंह गुर्जर को घायल कर दिया. घायल अवस्था में ट्रैक्टर से गिरने पर विजय सिंह गुर्जर की मौके पर ही मौत हो गई. मौत के बाद फिलहाल मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है.