हिंडौन सिटी (करौली). कर्नल किरोड़ी बैंसला द्वारा 1 नवंबर से आंदोलन की चेतावनी के बाद मंगलवार को डीजी सतर्कता बीजू जार्ज जोसेफ, श्रम विभाग के सचिव आईएएस नीरज के पवन, करौली कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग और भरतपुर एसपी अमनदीप कपूर ने गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला के वर्धमान नगर स्थित निवास पर बंद कमरे में चर्चा की.
आरक्षण मसले का स्थायी निस्तारण करने सहित विभिन्न 6 सूत्रीय मांगों को लेकर गुर्जर समाज में सरकार के प्रति नाराजगी है. 17 अक्टूबर को पीलूपुरा के पास गांव अड्डा में आयोजित हुई महापंचायत में कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने समाज के लोगों से चर्चा करते हुए सरकार को उनकी मांगों को पूरा करने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया था. उस दौरान चेतावनी दी थी कि इस अवधि में उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो एक नवंबर से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा. ऐसे में सरकार के नुमाइंदों की ओर से कर्नल बैंसला से संपर्क साधना शुरू कर दिया गया है.
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कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला से चारों अधिकारियों ने करीब दो घंटे तक बंद कमरे में गुर्जर आरक्षण मसले को लेकर चर्चा की और सरकार की ओर से गुर्जरों के पक्ष में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. अधिकारियों का कहना रहा कि सरकार विधि सम्मत तरीके से गुर्जरों की मांगों का निस्तारण कर रही है, ऐसे में गुर्जर समाज को भी धैर्य रखना चाहिए. बैंसला के पुत्र विजय बैंसला ने अधिकारियों से कहा कि राज्य सरकार आंदोलन से बचना चाहती है तो तय समय में गुर्जर समाज की लंबित मांगों को पूरा करना चाहिए.
विजय बैंसला ने कहा कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो एक नवंबर से प्रदेशभर में आंदोलन किया जाएगा. कहा कि कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान समाज की मांगों को सरकार आने पर पूरा करवाने का वादा किया था. ऐसे में गुर्जर समाज एकजुट होकर कांग्रेस के पक्ष में रहा था. ऐसे में सरकार को भी वादा पूरा करना चाहिए. यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो एक नवंबर से प्रदेशभर में आंदोलन होना तय है.