कोटा: जिले के गड़ेपान के सरकारी स्कूल में पढ़ रही बच्चियों के 15 फरवरी को बीमार होने का मामला सामने आया था. तबियत खराब होने पर उन्हें पहले सीएफसीएल गड़ेपान और फिर जेके अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर इन सबका उपचार चल रहा है. जिनसे मिलने के लिए सोमवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला जेके लोन अस्पताल पहुंचे. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की. साथ में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर भी मौजूद रहे.
बिरला ने कहा कि सभी विभागों को विस्तृत जांच के निर्देश दिया है. साथ ही सभी विभागों की रिपोर्ट को सरकार को भेजने के लिए कहा है. उसके बाद जो भी दोषी होगा उन पर कार्रवाई की जाएगी. इन सब बच्चों को फैक्ट्री के जरिए मुआवजा दिलाने के निर्देश भी दिए गए हैं. साथ ही फैक्ट्री मालिकों को पाबंद करने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके.
बिरला ने कहा कि सभी बच्चों से मिला हूं, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल, जेके लोन अधीक्षक के अलावा 60 चिकित्सकों की टीम सभी बच्चों के नियमित जांच कर रही है. सभी बच्चे स्वस्थ व लगातार नियमित रूप से मेडिकल बोर्ड बनाकर इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. क्या घटनाक्रम रहे हैं और उसके क्या-क्या पहलू हैं, सभी को प्रशासन देख रहा है. इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है. इस घटना में शामिल सभी बच्चों और परिवार वालों को सहयोग व सहायता मिले. जब तक डॉक्टर पूरी तरह से बच्चों को स्वस्थ घोषित नहीं करते हैं, तब तक उन्हें घर नहीं भेजा जाएगा.
लोकसभा स्पीकर बिरला ने कहा कि प्रशासन कह रहा है कि किस कारण से यह हुआ, अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन बच्चों के मन में यह है कि हमें तकलीफ हुई है. आंखों व सांस में तकलीफ हुई है. अलग-अलग बच्चों ने जानकारी दी है. बिरला से पूछा गया कि फैक्ट्री प्रबंधन, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और कारखाना बॉयलर गैस लीकेज से इनकार कर रहा है. इस उन्होंने कहा कि सरकार ने इस पूरे मामले पर विशेष जांच रिपोर्ट मांगी है. सभी विभाग सरकार को रिपोर्ट करेंगे, उसके बाद एक्शन होगा.