जयपुरः जोधपुर जिले में जोजरी नदी में फैक्ट्रियों का प्रदूषित पानी छोड़ने से स्थानीय लोग और किसान परेशान हैं. प्रदूषित पानी के असर से खेतों की जमीन बंजर हो रही है. आम जनजीवन के साथ ही पर्यावरण पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है. इस पूरे मामले को लेकर अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर जल्द से जल्द कारगर और ठोस उपाय करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र की फैक्ट्रियों से प्रदूषित पानी नदी में छोड़ा जा रहा है. इससे आम जनजीवन के साथ ही पर्यावरण पर भी प्रतिकूल असर हो रहा है.
तीन महीने से बंद है ट्रीटमेंट प्लांट का कामः अशोक गहलोत ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बयान जारी कर कहा, जोधपुर में जोजरी नदी का प्रदूषण किसानों, जल जीवों एवं पर्यावरण के लिए एक बड़ी समस्या बन चुका है. क्षेत्र की फैक्ट्रियों एवं उद्योगों द्वारा बिना शुद्धिकरण के अपशिष्ट जल सीधे नदी में छोड़ा जा रहा है. यह भी जानकारी में आया है कि जोजरी नदी पर लगे जीरो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी तीन महीने से रुका हुआ है.
जोधपुर में जोजरी नदी का प्रदूषण किसानों, जीवों एवं पर्यावरण के लिए एक बड़ी समस्या बन चुका है। क्षेत्र की फैक्ट्रियों एवं उद्योगों द्वारा बिना शुद्धिकरण के अपशिष्ट जल सीधे नदी में छोड़ा जा रहा है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 17, 2025
यह भी जानकारी में आया है कि जोजरी नदी पर लगे जीरो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी…
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तीन जिलों में हो रहा है नुकसानः गहलोत ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि इस प्रदूषित जल से जोधपुर, पाली एवं बालोतरा जिलों में फसलों को भारी नुकसान हो रहा है एवं मनुष्यों तथा पशुओं में भी रोग उत्पन्न हो रहे हैं. वे बोले, उन्होंने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से आग्रह किया है कि इस समस्या को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं. जिससे प्रभावित लोगों को राहत मिल सके.