करौली. पूर्वी राजस्थान के करौली जिले के टोडाभीम क्षेत्र के छोटे से गांव नागललाट की महज 19 साल की लेडी डॉन रेखा मीणा को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही न्यायालय के आदेश पर जेल की सलाखों के पीछे भी पहुंचा दिया है.
रेखा मीणा की डॉन बनने की कहानी
दरअसल, रेखा अपने विरोधी गैंग को फेसबुक पर लाइव होकर खुलेआम धमकियां और गालियां देती है. इसे खुद को डॉन कहलाना पसंद है. बहुत कम वक्त में करौली में बच्चों से लेकर बुजुर्ग सबकी जुबान पर इस लेडी डॉन का नाम चर्चा में बना हुआ था. जानकारी के मुताबिक बचपन में पहले रेखा की मां का निधन हो गया था. रेखा को मजदूर पिता ने पढ़ने के लिए जयपुर के जगतपुरा भेज दिया. रेखा कब क्राइम की दुनिया के मकड़जाल में फंस गई, पिता को भनक तक नहीं लगी. स्पोर्ट्स बाइक, जिप्सी, ओपन जीप और गले में चेन, कलाई पर टैटू और अंदाज लेडी डॉन वाला... सबकुछ रेखा के अंदाज में दिखाई देता है.
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सोशल मीडिया में बॉलीवुड गानों पर डांस से लेकर सिगरेट के छल्ले बनाकर विरोधियों को धमकाने वाली रेखा की फैन फॉलोइंग भी जबरदस्त है. रेखा टोडाभीम के नांगललाट की रहने वाली है. बॉलीवुड के टॉप नंबर के साथ कई बार तमंचे पर डिस्को करते हुए रेखा को (karauli Ki don Rekha Meena viral videos) देखा जा सकता है. रेखा का अंदाज भी डॉन फिल्म के अमिताभ बच्चन वाला है. उसके डॉयलॉग के भी लोग कायल हैं. वो कहती है कि छुपकर क्या वार करना, जिसे लड़ने है सामने आओ. रेखा की डॉनगिरी न केवल सोशल मीडिया बल्कि वो असल जिंदगी में भी डॉन वाले शौक रखती है. मसलन जयपुर से लेकर गोवा तक की पार्टियों में उसे शामिल होते और डॉन की तरह एंजॉय करते देखा गया है.
ऐसे चढ़ी पुलिस की नजर में
दरअसल मामला 28 सितम्बर का था. बदमाश अनुराज एक दर्जन साथियों के साथ हिस्ट्रीशीटर पप्पू मीणा उर्फ पीएल भडक्या के घर पहुंच गया और उसने पप्पू को गोली मार दी. घटना के बाद 1 नवम्बर को पुलिस ने फरार अनुराज को पकड़ लिया. जब उससे पूछताछ की गई तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई. अनुराज ने बताया कि उसने रेखा के कहने पर ये सब किया था. रेखा ने पप्पू को चैलेंज भी किया था. इसके बाद से पुलिस उसे तलाश रही थी. लेकिन रेखा पुलिस को चकमा देकर लगातार सोशल मीडिया पर लाइव आकर विरोधी पार्टी लाला कोडिया की गैंग को अपराध करने के लिए उकसाती रहती और खुलेआम भद्दी गालियां देकर सीधे ही चुनौती दे रही थी.
इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे थे. पुलिस भी रेखा को गिरफ्तार करने के लिए दिन रात भागदौड़ कर रही थी. आखिरकार कुडगांव थानाधिकारी नीरज शर्मा ने लेडी डॉन रेखा को सवाई माधोपुर के एक हिस्ट्रीशीटर के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ही ली. इसके साथ ही डीएसटी टीम करौली और श्रीमहावीरजी थाना पुलिस ने लाला कोडिया के गैंग के मुख्य सरगना लाला कोडिया सहित अन्य तीन बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया.
दोस्त की बनी जानी दुश्मन
मासूम सी दिखने वाली रेखा पहले अनुराज की दोस्त बनी. अनुराज ने ही रेखा को अपने दोस्त पप्पू से मिलवाया था. जब पप्पू की रेखा से नजदीकियां बढ़ीं तो अनुराज और पप्पू जानी दुश्मन बन गए. इस दौरान रेखा भी खुद को अनुराज की मित्र बताते हुए पप्पू की दुश्मन बन गई और खुलेआम धमकियां देने लगी. रेखा के कहने पर ही अनुराज और उसकी गैंग के सदस्यों ने 28 सितंबर को पप्पू के घर जाकर हमला किया था. इसमें पप्पू को गोली लगी थी.
दुश्मन के दोस्त को दुश्मन मान घर तक पहुंची रेखा
सोशल मीडिया पर पप्पू के समर्थन में कमेंट करने पर रेखा लाला कोडिया की भी दुश्मन बन गई. लाला को सबक सिखाने के लिए पिछले दिनों रेखा अपने साथी के साथ लाला के गांव पहुंच गई. लाला के घर के बाहर पहुंच कर सोशल मीडिया पर लाइव आकर घर से बाहर निकलने की चेतावनी देने लगी. इस दौरान उसने लाला को जमकर गालियां भी दी. हालांकि लाला और रेखा की कोई दुश्मनी नहीं थी. सिर्फ दुश्मन के दोस्त को दुश्मन मानकर लाला के घर तक रेखा पहुंच गई.
पिता को नहीं मालूम कि बेटी कब बनी लेडी डॉन
रेखा के पिता मजदूरी करते हैं. उन्हें इतना पता है कि उनकी बेटी पढ़ाई कर रही है. पढ़ाई के दौरान वो कब बदमाशों के संपर्क में आकर लेडी डॉन बन गई. इस बात का पिता को अंदाजा भी नहीं लगा. घर में वो सबके साथ मिलजुल कर रहती थी. पिता के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं है. ऐसे में उन्हें अपनी बेटी की हरकतों के बारे में पता नहीं चला. फिलहाल कुड़गांव पुलिस ने लेडी डॉन रेखा मीणा को कोर्ट में पेश करके भरतपुर की महिला जेल में भिजवा दिया है.