करौली. करौली में रैली पर पथराव और आगजनी की घटना के बाद गिरफ्तार किए गए 13 आरोपियों को पुलिस ने जिला अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश किया. इसके बाद कोर्ट ने आरोपियों की सुनवाई करते हुए उन्हें 2 दिन के पुलिस रिमांड (13 accused on 2 days remand in Karauli violence) पर सौंपा है. जिला पुलिस का कहना है कि आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जाएगी. जबकि मामले का मुख्य साजिशकर्ता फरार है. हालात को देखते हुए प्रशासन ने कर्फ्यू और नेटबंदी की अवधि बढ़ा दी है.
वार्ड नंम्बर 35 के पार्षद की तलाश में जुटी पुलिस
करौली पथराव मामले में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में निर्दलीय पार्षद मतलूब अहमद फरार है. मतलूब अहमद ने कांग्रेस के नगर परिषद चुनाव में बोर्ड बनाने के लिए कांग्रेस को समर्थन दिया था. आरोपी पार्षद पर रैली पर पथराव, हिंसा भड़काने और रैली पर हमला करने के लिए भीड़ को संगठित करने का आरोप लगाया गया है. कथित तौर पर राजस्थान पुलिस ने भी प्राथमिकी में उसके नाम का उल्लेख किया है और आरोपी पर IPC की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया है. हालांकि आरोपी मतलूब अहमद अभी भी फरार है और उसे पकड़ने के लिए पुलिस टीम को निर्देश दिए गए हैं.
आगामी आदेशों तक कर्फ्यू एवं इंटरनेट सेवा बंद रहेगी
जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि करौली में फिलहाल शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. फिर भी असामाजिक तत्वों की ओर से किसी भी तरह की घटना को अंजाम न दिया जाए, इसके लिए कर्फ्यू 7 अप्रैल की मध्य रात्रि तक बढ़ा दिया गया है. वहीं अफवाहों के दौर को देखते हुए आगामी आदेशों तक नेट बंदी को भी बढ़ा दिया गया है. इधर कलेक्टर ने सोमवार शाम को जिले के प्रबुद्ध जनों के साथ बैठक आयोजित कर शांति बहाली करने की अपील की. इस दौरान जिला कलेक्टर ने जिले के प्रबुद्ध जनों को शांति बहाली की शपथ भी दिलवाई. मीटिंग में क्षेत्रीय विधायक लाखन सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह इंदौलिया, पूर्व पुलिस अधीक्षक मृदल कच्छावा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी एवं हिंदू मुस्लिम समाज के प्रबुद्ध जन मौजूद रहे.