करौली. शहर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जन्म शताब्दी के अवसर पर खादी भण्डार में खादी फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में इस फेस्टिवल में चरखा कताई-बुनाई का लाइव डेमो सहित खादी प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है. वहीं इस बार खादी प्रदर्शनी में विशेषतौर खादी खरीदने वाले उपभोक्ताओं को 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी.
खादी भण्डार के अब्दुल रहमान ने बताया की महात्मा गांधी की 150वीं जन्म शताब्दी के अवसर पर 2 अक्टूबर से खादी और महात्मा गांधी साहित्य प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. जिसमे खादी खरीदने वाले उपभोक्ताओं को 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही है.प्रदर्शनी 2 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक संचालित रहेगी.
वहीं खादी खरीदने वाले उपभोक्ताओं को 50 प्रतिशत की छूट 29 फरवरी 2020 तक लागू रहेगा. जिसमें उपभोक्ताओं की भीड़ उमड़ रही है. उपभोक्ताओं को खादी भी खूब लुभा रही है. विशेषकर अबकी बार यह देखने को मिला है कि युवाओं में भी खादी पहनने का क्रेज है.
युवाओं में जैकेट खरीदने का क्रेज यहां पर देखा जा रहा है. जिससे खादी भंडार में खादी की खूब बिक्री हो रही है. खादी का अधिक से अधिक उपयोग हो इसके लिए प्रचार रथ के माध्यम से लोगों को खादी के प्रति जागरूक किया जा रहा है. खादी प्रदर्शनी का आयोजन सुबह 11 बजे से शाम तक किया जा रहा है. वहीं इस खादी फेस्टिवल में चरखा कताई-बुनाई का लाइव डेमो सहित खादी वस्त्रो, गांधी साहित्य प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है.
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बता दे की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान सन 1920 में खादी को स्वदेशी आन्दोलन में एक राजनैतिक हथियार के रूप में उपयोग किया था. तभी तो स्वतंत्रता की पोषाक खादी मानी गई है. विद्वानों की धारण है कि खादी केवल वस्त्र का नाम नहीं बल्कि एक विचार है, जो स्वदेशी को अपनाने की प्रेरणा देता है. संभवत राजस्थान के इतिहास में यह पहली बार है कि खादी में 50 प्रतिशत की छूट दी गई हो.