करौली. सावन के महीने में महादेव को खुश करने के लिए कावड़ियों का जत्था देखने को मिल रहा है. लेकिन जिले के मंडरायल कस्बे में तकरीबन 15 साल बाद कांवड़ियों का जत्था देखने को मिला है. जत्था को देख कस्बेवासियों में खुशी का माहौल है.
कांवड़ियों के कस्बे में पहुंचते ही बम-बम भोले हर-हर महादेव की गूंज को सुनकर लोग गदगद हो गए. ये कांवड़िए सोरोजी से सात दिन पहले अपनी- अपनी कांवड़ भरकर यात्रा को पैदल निकल पड़े. मंगलवार को कावंड़ियों ने अमावस्या के दिन बिरखौ के महादेव पर गगांजल चढ़ाकर अपनी यात्रा को सफल बनाने में कामयाबी हुए. इस बार कस्बे से कई कावड़िए अपनी कांवड़ यात्रा को लाने में सफल हुए हैं.
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गौरतलब हो कि मंडरायल कस्बे से कांवड़ लेने गए लोगों का हिण्डौन सिटी रेलवे फाटक के आगे जीप के साथ एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें कस्बे के सात लोगों की मौत हो गई थी. तब से मंडरायल कस्बे से कावड़ लेने के लिए कोई भी व्यक्ति तैयार नहीं होता था. लेकिन 15 साल बाद जब कांवड़ियों ने महादेव मन्दिर पर जलाभिषेक किया तो कस्बेवासियों में उत्साह का माहौल देखने को मिला.