करौली. करौली के हिंडौन शहर में गुरुवार को पानी की समस्या को लेकर गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के आवास पर सर्व समाज की बैठक का आयोजन हुआ. बैठक के बाद गुर्जर नेता विजय बैंसला के नेतृत्व में किसानों और समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. तीन महीने में पेयजल समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
गुर्जर नेता विजय बैंसला ने बताया कि जिले में गिरते जल स्तर के कारण पेयजल व सिंचाई के लिए किसानों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. समस्या को लेकर सर्व समाज की बैठक आयोजित की गई. बैठक के बाद जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग को ज्ञापन सौंपकर चंबल पांचना जागर लिफ्ट पेयजल परियोजना के कार्य को शीघ्र पूरा करवाकर पेयजल समस्या समाधान करने की मांग की गई है.
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गुर्जर नेता विजय बैंसला ने बताया कि क्षेत्र का जलस्तर 4 से 5 सालों मे 300-400 फीट तक नीचे जा चुका है. इसके कारण पानी के बोर सूख चुके हैं. पानी की स्थिति गंभीर होती जा रही है. पानी पीने के लिए टीडीएस 2 साल में 3000 से बढ़कर 5000 हो गया है जो लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है.
पानी की वजह से हो रही कई तरह की बीमारियां...
टीडीएस लेवल गिरने से फ्लोराइड युक्त पानी गर्भवती महिलाओं, मंद बुद्धि, तथा बुजुर्गों की मांसपेशियों एवं हड्डियों में जकड़न, पथरी एवं गलने की समस्या अधिक होती जा रही है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में करौली, गंगापुर, वजीरपुर, महावीर जी, बामनवास, टोडाभीम, नादौती, हिंडौन, बयाना, वैर, रूपवास, उज्जैन, भरतपुर व अन्य इलाकों के करीब 2000 से 3000 गांव को पानी की भीषण समस्या आ रही है.
आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा...
बैंसला ने कहा कि नदियों में पानी की समस्या होने के कारण कुंए का जलस्तर घटता जा रहा है. इसके कारण किसानों को पानी का वाणिज्य स्रोत ढूंढना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अगर चंबल का पानी पांचना बांध, जगर बांध और गम्भीर नदी में छोड़ दिया जाये तो सभी ग्रामीणों को पीने की लिए पानी व सिचाई की सुविधा मिल पाएगी. गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा कि अगर प्रशासन और सरकार ने 3 महीने में लोगों की समस्या का हल नहीं किया तो पूर्वी राजस्थान के लोगों के साथ मिलकर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा.